Railway General Ticket System सिस्टम के नियमों में करेगा बदलाव, करोड़ों यात्री होंगे प्रभावित, टिकट में दर्ज होगा ट्रेन का नाम
रेलवे के नियमों के अनुसार जनरल टिकट केवल तीन घंटे के लिए वैध होता है. यानी अगर आप जनरल टिकट खरीदने के तीन घंटे के भीतर अपनी यात्रा शुरू नहीं करते हैं तो वह टिकट अवैध हो जाता है. इसका मतलब यह है कि तीन घंटे बीत जाने के बाद उस टिकट पर यात्रा नहीं की जा सकेगी.

नई दिल्ली. भारत में हर दिन लाखों लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं. रेलगाड़ियां यात्रा का ऐसा साधन है. इसका उपयोग सभी वर्ग के लोग कर सकते हैं. कुछ लोग अपने बजट के अनुसार आरक्षित कोच में यात्रा करते हैं, जबकि कुछ लोग अनारक्षित कोच में यात्रा करते हैं. आरक्षित कोचों में यात्रा करने के लिए अग्रिम बुकिंग आवश्यक है और इसमें फर्स्ट एसी, सेकंड एसी, थर्ड एसी, एसी चेयर कार, स्लीपर और सेकंड सिटिंग जैसे विकल्प शामिल हैं. जबकि सामान्य कोच अनारक्षित कोच के अंतर्गत आता है.
कोई जरूरत नहीं पहले टिकट खरीदने की
जनरल कोच में यात्रा करने के लिए आपको पहले से टिकट खरीदने की आवश्यकता नहीं है. आप सीधे रेलवे स्टेशन जाकर जनरल टिकट ले सकते हैं और ट्रेन से यात्रा कर सकते हैं. प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री जनरल डिब्बों में यात्रा करते हैं. लेकिन अब रेलवे जनरल टिकट के नियमों में बदलाव करने की सोच रहा है, जिसका असर करोड़ों यात्रियों पर पड़ेगा. आइए जानते हैं रेलवे जनरल टिकट में क्या बदलाव करने जा रहा है और इसका यात्रियों पर क्या असर होगा.
सामान्य टिकट प्रणाली को सुव्यवस्थित किया जाएगा
हाल ही में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ के कारण भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई. स्टेशन पर अफरातफरी के कारण हुए इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई. इस दुखद दुर्घटना के बाद रेलवे प्रशासन सामान्य टिकट प्रणाली को और अधिक सुचारू बनाने के लिए नए नियम लागू करने की योजना बना रहा है.
यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना लक्ष्य
आपको बता दें कि इस समय जनरल टिकट वाले यात्री आसानी से ट्रेन बदल सकते हैं. हालांकि, भविष्य में होने वाले बदलावों के अनुसार जनरल टिकटों में भी ट्रेन का नाम दर्ज किया जा सकेगा. इसका मतलब यह है कि टिकट पर ट्रेन का नाम दर्ज होने के बाद यात्री ट्रेन नहीं बदल सकेंगे. जनरल टिकट नियमों में ये बदलाव लाने के पीछे रेलवे का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और यात्रा को अधिक आरामदायक बनाना है. हालांकि, रेल मंत्रालय द्वारा जल्द ही नए नियमों की आधिकारिक घोषणा की जा सकती है.