Ratan Tata Birthday: 85 साल के रतन टाटा को चार बार हुआ प्यार लेकिन नहीं हो पाई शादी, जानिए उनकी लव स्टोरी के दिलचस्प किस्से
Ratan Tata Birthday: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का आज 85वां जन्मदिन है. इस खास मौके पर आज हम आपको उनके निजी जीवन के बारे में बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं.
Ratan Tata Birthday: भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों के लिस्ट में शुमार रतन टाटा के बारे में कौन नहीं जानता है. रतन टाटा टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन है जिन्होंने 1990 से लेकर 2012 तक टाटा ग्रुप के बिजनेस को बढ़ाने में अपना योगदान दिया है. टाटा ग्रुप के अंदर 100 से ज्यादा कंपनियां है जिसमें चाय से लेकर 5 स्टार होटल, सुई, स्टील, लखटकिया नैनो कार से लेकर हवाई जहाज तक सब कुछ मिलता है.
हालांकि इतने सफल उद्योगपति होने के बाद भी उन्होंने शादी नहीं की है. एक इंटरव्यू के दौरान सर रतन टाटा ने बताया था कि, उन्हें अपनी लाइफ में 4 बार प्यार हुआ लेकिन चारों बार हालात ऐसे बने कि किसी न किसी कारण से उनकी शादी नहीं हो सकी. तो चलिए आज उनके 85वें जन्मदिन पर उनके लव लाइफ के बारे में दिलचस्प किस्से जानते हैं.
ऐसा रहा रतन टाटा का करियर-
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को सूरत में टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के घर हुआ था. रतन टाटा जमशेदजी टाटा के पोते हैं और नवल टाटा के बेटे हैं. रतन टाटा की स्कूलिंग मुंबई में हुई है. उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर बीएस और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम किया है. साल 1961 में वे टाटा ग्रुप से जुड़े थे और साल 1991 में इस कंपनी के चेयरमैन बने थे. टाटा ग्रुप को चेयरमैन बनने के बाद रतन टाटा ने कंपनी को बुलंदियों पर पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
रतन टाटा को चार बार हुआ था प्यार-
रतन टाटा भले ही शादी नहीं किए लेकिन उनकी प्रेम कहानी काफी दिलचस्प है. उन्हें अपनी अबतक की जिंदगी में चार बार प्यार हुआ था लेकिन किसी से शादी नहीं कर पाए. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी लव लाइफ के बारे में जिक्र करते हुए कहा था कि, उन्हें चार बार प्यार हुआ और ये प्यार इतना था कि, शादी तक बात पहुंच गई थी लेकिन अंत में शादी नहीं हो सकी. उन्होंने बताया कि, उनकी सबसे ज्यादा सीरियल लव स्टोरी अमेरिका में रहने के दौरान हुआ था. उन्होंने कहा कि, हम शादी करने वाले थे लेकिन, उन्हें किसी काम से भारत आना पड़ा था. उसे भी भारत आना था लेकिन 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के कारण वो भारत नहीं आ पाई और कुछ साल बाद उसने अमेरिका में ही शादी कर ली.
प्रेरणास्रोत है रतन टाटा-
रतन टाटा एक ऐसे शख्स है जिनकी सादगी और दरियादिल के लोग कायल है. लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में रतन टाटा को देखा जाता है. रतन टाटा की दरियादिली का उदाहरण मुंबई में हुए 26/11 अटैक और कोरोना महामारी के दौरान देखने को मिली थी. रतन टाटा का व्यक्तित्व ऐसा है कि, उन्हें लोग अपनी आइडियल मानते हैं. रतन टाटा ने टाटा ग्रुप के कारोबार का इतना विस्तार किया है कि, घर की रसोई से लेकर आसमान तक उनकी धमक दिखाई देती है.आपको बता दें कि, रतन टाटा को अपनी लव लाइफ या पर्सनल लाइफ के बारे में ज्यादा बात करना पसंद नहीं है.