क्या 100 और 200 रुपए के पुराने नोट हो जाएंगे बंद? RBI ने किया बड़ा ऐलान!

RBI Planning To Scrap Old Rs 100 and 200 Notes: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 100 और 200 रुपये के नोटों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक जल्द ही 100 और 200 के नोट जारी करने जा रहा है।

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

बिजनेस न्यूज. RBI Planning To Scrap Old Rs 100 and 200 Notes: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 100 और 200 रुपये के नोटों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक जल्द ही 100 और 200 रुपये के नए नोट जारी करने जा रहा है, लेकिन इनके डिजाइन में कोई बदलाव नहीं होगा। आरबीआई ने कहा है कि इन नए नोटों पर गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​के हस्ताक्षर होंगे। यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिसमें प्रत्येक नए गवर्नर की नियुक्ति के बाद उसके हस्ताक्षर वाले नोट जारी किए जाते हैं।

क्या पुराने नोट मान्य नहीं रहेंगे?

आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि पुराने 100 और 200 रुपये के नोट वैध रहेंगे और उन्हें बदला नहीं जाएगा। आरबीआई ने कहा है कि ये नोट जल्द ही बैंकों और एटीएम में उपलब्ध होंगे। अब आइए जानें कि लोग नकदी का सबसे अधिक उपयोग कहां करते हैं। इसके साथ ही हम यह भी जानेंगे कि 2000 रुपये के नोट बंद होने के बाद भारत में नकदी का प्रवाह कैसा रहा।

भारत में कितनी नकदी का प्रयोग हो रहा है?

रिपोर्ट के अनुसार 2,000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध के बावजूद देश में नकदी का प्रचलन पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। अगर आरबीआई के आंकड़ों पर गौर करें तो पाएंगे कि मार्च 2017 में नकदी का प्रचलन 13.35 लाख करोड़ रुपये था, लेकिन मार्च 2024 तक यह बढ़कर 35.15 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा यूपीआई के जरिए डिजिटल लेनदेन भी तेजी से बढ़ रहा है। मार्च 2020 में यूपीआई ट्रांजेक्शन 2.06 लाख करोड़ था, जबकि फरवरी 2024 तक यह बढ़कर 18.07 लाख करोड़ हो गया। जबकि, अगर पूरे साल 2024 की बात करें तो इस साल डिजिटल लेनदेन करीब 172 बिलियन रहा है।

अधिक पैसा किस राज्य में निकाला जाता है?

रिपोर्टों के अनुसार, वित्त वर्ष 24 के दौरान दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में एटीएम से सबसे अधिक निकासी हुई। दरअसल, त्योहारों और चुनावों के दौरान नकदी की मांग बढ़ जाती है। इसके अतिरिक्त, ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल भुगतान की पहुंच सीमित है, यही कारण है कि यहां लोग नकदी का अधिक उपयोग करते हैं।

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12 March 2025, 02:44 PM IST

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