RBI On I-CRR : भारतीय रिजर्व बैंक ने त्योहारी सीजन से पहले देशभर के तमाम बैंकों को बड़ी राहत दी है. शुक्रवार 8 सितंबर को आरबीआई ने इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो को वापस लेने का फैसला किया है. इसे 2000 रुपये के नोट को चलन से हटाने के बाद अतिरिक्त नकदी में कटौती के लिए लागू किया गया था. आरबीआई ने आई-सीआरआर को चरणबद्ध तरीके से वापस लिए जाने पर ऐलान किया और कहा इसकी शुरुआत शनिवार 9 सितंबर से हो जाएगी. धीरे-धीरे इसे हटा लिया जाएगा.
केंद्रीय बैंक ने एक प्रेस रिलीज जारी की, जिसमें कहा कि उसने समीक्षा करने के बाद इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो को चरणबद्ध तरीके से वापस लेने का फैसला किया है. आरबीआई ने कहा कि इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो के तहत जो राशि जमा किए गए हैं उसे फेस तरीके से जारी किया जाएगा. जिससे मनी मार्केट बेहतर तरीके से काम कर सके.
आरबीआई के अनुसार शनिवार 9 सितंबर 2023 से इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो के तहत जो रकम बैंकों ने आरबीआई के आदेश के बाद अलग कर रखा था उसमें से 25 प्रतिशत बैंकिंग सिस्टम में डाला जाएगा. 23 सितंबर तक 25 फीसदी और रकम बैंकिंग सिस्टम में आ जाएगी. वहीं बचे हुए 50 फीसदी रकम 7 अक्टूबर तक आ जाएगी.
त्योहारी सीजन में ये नगदी और बढ़ जाती जिसकी वजह से बैंक लगातार इसे वापस लेने को कह रहे थे. अब आरबीआई ने उन्हें राहत दी है. हजार के नोट को चलन से हटाने की घोषणा के बाद बैंकों के पास नगदी बढ़त हुई थी, जिसे 10 अगस्त 2023 को मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान करते हुए आरबीआई गवर्नर ने बैंकों को 10 फीसदी इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो रखने का प्रावधान कर दिया था. First Updated : Saturday, 09 September 2023