Indian Retail Inflation : देश भर में महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है. फल-सब्जियों, दूध-दही सहित खाद्य सामग्रियों के दाम आसमान छू रहे हैं. महंगाई बढ़ने से आम नागरिकों का बुरा हाल है. इस बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खुदरा महंगाई को लेकर बड़ी जानकारी दी है. वित्त मंत्री ने कहा कि खुदरा महंगाई दर अब स्तिर यानी स्टेबल हो चुकी है और यह 2 से 6 फीसदी के बीच नोटिफाई किए गए टोलरेंस बैंड के अंदर हैं.
वित्त मंत्री ने कहा कि खुदरा महंगाई दर कम होने का कारण अस्थिर खाद्य वस्तुओं और फ्यूल आईटम्स को हटाने के बाद कोर इंफ्लेशन में गिरावट आई है. जिससे देश में महंगाई दर को कम करने में मदद मिलती है. उन्होंने बताया कि कोर इंफ्लेशन अप्रैल 2023 में 5.1 प्रतिशत थी जिसे अक्टूबर 2023 में घटाकर 4.3 फीसदी पर लाने में सहायता मिली है. वित्त मंत्री ने आगे कहा कि वैश्विक झटकों और खराब मौसम की वजह से पैदा होने वाले डिमांड-सप्लाई में मिसमैच के कारण कुछ मौकों पर महंगाई में बढ़ोतरी देखने को मिली.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा कि सप्लाई में सुधार करने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है. साथ ही आरबीआई द्वारा मांग में स्थिरता लाने के लिए किए गए उपायों की वजह से डिमांड-सप्लाई में परेशानी को दूर करने के लिए मदद मिली है, जिससे महंगाई पर लगाम लगाई जा सकती है. उन्होंने सदन में बताया कि सरकार ने महंगाई पर काबू पाने के लिए खाद्य वस्तुओं के बफर स्टॉक को मजबूत किया है और बाजार में उसे समय-समय पर जारी किया जाता है. First Updated : Tuesday, 12 December 2023