SBI Q4 Results: 2022-23 की चौथी तिमाही जनवरी से मार्च के लिए देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने जबरदस्त नतीजे घोषित किए हैं। बैंक के शुद्ध मुनाफे में 83 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला है। चौथी तिमाही में एसबीआई को 16,695 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है जो बीते वर्ष समान तिमाही में 9113.53 करोड़ रुपये हुआ था। बैंक को ब्याज से कमाई में शानदार इजाफा हुआ है।
SBI का नेट इंटरेस्ट मार्जिन 29.5 फीसदी के उछाल के साथ 40,392.50 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल की समान तिमाही में 31,197 करोड़ रुपये हुआ था। एसबीआई ने इस जबरदस्त नतीजों के बाद निवेशकों को 11.3- रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का ऐलान किया है। 14 जून को सभी शेयरधारकों को खाते में डिविडेंड के रकम को क्रेडिट कर दया जाएगा।
जनवरी-मार्च तिमाही के लिए बैंक के एनपीए के प्राविजन को कम करके आधा कर दिया है। इस तिमाही में केवल 1278 करोड़ रुपये का व्यवस्था बैंक को करना पड़ा है। टैक्स के अलावा दूसरे प्राविजन में भी गिरावट दर्ज की गई है। बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में बैंक को 7237 करोड़ रुपये का प्रॉविजन करना पड़ा था जबकि 2022-23 की चौथी तिमाही में महज 3316 करोड़ रुपये प्राविजन करना पड़ा है। वही बैंक के ग्रॉस एनपीए सुधार देखने को मिला है। पिछले वर्ष के समान तिमाही में 3.97 फीसदी के मुकाबले 2.78 फीसदी ग्रॉस एनपीए रहा है। जबकि नेट एनपीए 0.67 फीसदी रहा है।
आपको बता दें कि SBI जिस तिमाही के लिए नतीजे ऐलान किए हैं उस तिमाही में एसबीआई विवादों में फंसा था। जब जनवरी 2023 हिडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी किया था तब, अडानी समूह को एसबीआई को दिया गया कर्ज बड़ा राजनीतिक बन गया था। गौरतलब है कि SBI के तिमाही नतीजे घोषित होने के बाद शेयर में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है। 1.29 फीसदी की गिरावट के साथ स्टॉक 578 रुपये पर बिजनेस कर रहा है। First Updated : Thursday, 18 May 2023