15000 वेबसाइट्स और इंफ्लुएंसर्स पर चला SEBI का डंडा, लगाया बैन, शेयर मार्केट को लेकर कर रहे थे गुमराह
SEBI ने 15,000 से ज्यादा कंटेंट साइट्स और कई फाइनेंशियल इंफ्लुएंसर्स को बैन कर दिया. इन तमाम लोगों पर आरोप है कि इन्होंने सोशल मीडिया पर गलत निवेश सलाह देकर निवेशकों को गुमराह किया.
अगर आप भी यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर स्टॉक मार्केट के इंफ्लुएंसर्स को देखकर कोई शेयर खरीदते या बेचते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है. दरअसल, साल 2024 में कई ऐसे लोगों पर कार्रवाई हुई है, जिन्होंने शेयर बाजार को लेकर लोगों को गुमराह किया. इसमें से एक इंफ्लुएंसर पर तो हाल ही में कार्रवाई हुई. इसके अलावा इस साल भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने 15000 से ज्यादा कंटेंट साइट्स को भी बैन किया है.
सेबी का चला डंडा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर गलत जानकारी देने वाले और गुमराह करने वाले लोगों ओर सेबी ने इस साल सबसे बड़ी कार्रवाई की है. सेबी ने 15,000 से साइट्स और कई इंफ्ल्युएंसर्स को बैन कर दिया है. इन लोगों पर आरोप है कि ये सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके लोगों को गलत जानकारी दे रहे थे. इससे न सिर्फ लोग गुमराह हुए बल्कि उन्हें मोटा नुकसान भी हुआ है. बता दें, शेयर बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन होता है. अगर आपको कोई भी निवेश करना है तो आप पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर ले लें.
बाप ऑफ चार्ट्स
इस साल की अपनी कार्रवाई में SEBI ने इंफ्ल्युएंसर्स रविंद्र बालू भारती और नसीरुद्दीन अंसारी पर बैन लगाया है. अंसारी ‘Baap of Chart’ नाम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक्टिव थे, जहां वो अक्सर लोगों को शेयर खरीदने और बेचने की सलाह देते थे. SEBI ने अंसारी और उनके साथियों को एक एस्क्रो अकाउंट खोलकर 17 करोड़ रुपये जमा करने का आदेश दिया है. सेबी ने यह भी बताया कि इन पैसों का इस्तेमाल उन निवेशकों का पैसे लौटाने के लिए किया जाएगा, जिनके पैसे इनकी सलाह से डूबे हैं.
इसके अलावा, अंसारी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. उनके साथियों, जिनमें पदमती, तबरेज अब्दुल्ला, वानी और वामशी शामिल हैं, पर भी 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. शुभांगी रविंद्र भारती, राहुल अनंत गोसावी और धनश्री चंद्रकांत गिरी को भी शेयर बाजार से बैन कर दिया गया है.
कैसे होता था खेल
SEBI की जांच में पता चला कि इन इंफ्लुएंसर्स ने बिना किसी डिस्क्लेमर के विशेष स्टॉक्स को प्रमोट किया. उन्होंने अपने निजी फायदे के लिए कंपनियों से पैसा लिया और उसके बदले उनके स्टॉक्स की सिफारिश की. इससे ना सिर्फ निवेशक गुमराह हुए, बल्कि बाजार में स्टॉक्स की कीमतों में उछाल आया, जो बाजार के नियमों के खिलाफ है.
इंफ्लुएंसर्स का बढ़ता क्रेज
सोशल मीडिया पर इन दिनों फाइनेंशियल इंफ्लुएंसर्स, जिन्हें इंफ्लुएंसर्स भी कहा जाता है, तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं. ये लोग शेयर बाजार में जल्दी पैसा कमाने की रणनीतियां बताने का दावा करते हैं. हालांकि, इनमें से कुछ सही जानकारी देते हैं, लेकिन कई इंफ्लुएंसर्स अपने फॉलोअर्स के भरोसे का गलत फायदा उठाते हैं. यही वजह है कि SEBI ने निवेशकों को सलाह दी है कि वह केवल प्रमाणित निवेश सलाहकारों की ही राय लें. सोशल मीडिया पर दी गई सलाह पर बिना जांच-पड़ताल के निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है.