मंदी की आशंका से बाजार में भूचाल, निवेशकों को नुकसान, दिग्गज कंपनियों के शेयर टूटे
डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति के चलते वॉल स्ट्रीट में भारी गिरावट का असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला. शुक्रवार को सेंसेक्स 700 अंक और निफ्टी 269 अंक गिर गया. IT, ऑटो और मेटल सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. निवेशकों में मंदी और ग्लोबल ट्रेड वॉर को लेकर डर है. विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल सतर्क रहकर घरेलू कंपनियों पर ध्यान देना बेहतर रहेगा.

भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली, जिसकी वजह अमेरिका के शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट में हुए जबरदस्त गिरावट को माना जा रहा है. इसका सबसे ज़्यादा असर आईटी और ऑटो सेक्टर पर पड़ा है. शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स करीब 700 अंकों से नीचे गिर गया जबकि निफ्टी 270 अंकों की गिरावट के साथ ट्रेड करता नजर आया.
ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी का झटका
इस गिरावट के पीछे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित 'रेसिप्रोकल टैरिफ्स' (प्रतिशोधात्मक शुल्क) को मुख्य वजह बताया जा रहा है. इस फैसले से वैश्विक मंदी की आशंका बढ़ गई है और भारतीय बाजारों में घबराहट का माहौल बन गया है.
सेंसेक्स और निफ्टी की हालत
शुक्रवार सुबह 10:06 बजे के करीब BSE सेंसेक्स 698.89 अंक गिरकर 75,596.47 पर पहुंच गया, जबकि NSE निफ्टी 269.50 अंकों की गिरावट के साथ 22,980.60 पर ट्रेड कर रहा था. न केवल प्रमुख सूचकांक बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी भारी गिरावट देखी गई.
आईटी, मेटल और ऑटो सेक्टर पर सीधा वार
अमेरिका के नए टैरिफ से सबसे ज़्यादा नुकसान एक्सपोर्ट पर निर्भर क्षेत्रों को हुआ है. आईटी, ऑटो और मेटल स्टॉक्स में सबसे ज़्यादा गिरावट दर्ज की गई.
- टाटा मोटर्स के शेयर करीब 5% तक टूटे, जिसकी वजह अमेरिका में Jaguar Land Rover के एक्सपोर्ट कोलेकर चिंता रही.
- हिंदाल्को, टाटा स्टील, JSW स्टील और L&T के शेयरों में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई.
- रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के शेयरों में 2.3% से ज़्यादा की गिरावट देखी गई.
एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?
वैभव पोरवाल, को-फाउंडर, Dezerv ने कहा कि, टैरिफ्स से शॉर्ट टर्म में बाजार में अस्थिरता देखने को मिलेगी. ऐसे माहौल में अच्छे स्टॉक्स की पहचान और एक्टिव मैनेजमेंट जरूरी हो जाता है, बजाय कि पैसिव इन्वेस्टमेंट के. डॉ. वी के विजयकुमार, चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट, Geojit Financial Services ने कहा कि, बाजार अभी एक अस्थिर दौर से गुजर रहा है जो कुछ समय तक रह सकता है.
ट्रंप की नीति से ट्रेड वॉर की शुरुआत
ट्रंप की नीति ने एक ट्रेड वॉर की शुरुआत कर दी है और अब चीन, यूरोप और अन्य देश भी बदले की कार्रवाई कर सकते हैं. इससे बाजार में भ्रम और अनिश्चितता का माहौल और बढ़ेगा. ऐसे माहौल में वैश्विक व्यापार में गिरावट और विकास दर में कमी लगभग तय है. इसका असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा, हालांकि हम अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर स्थिति में रह सकते हैं."
निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
डॉ. विजयकुमार ने सुझाव दिया कि निवेशक थोड़ी देर के लिए प्रतीक्षा करें जब तक कि बाज़ार में स्थिरता न आ जाए. फिलहाल घरेलू खपत-आधारित थीम और फार्मा जैसे सेक्टर्स में निवेश करना ज्यादा सुरक्षित हो सकता है.
किन शेयरों पर आज नजर बनी रहेगी?
आज जिन शेयरों पर निवेशकों की खास नजर रहेगी, उनमें HDFC Bank, Zomato और DMart शामिल हैं. हालांकि बाजार की दिशा आने वाले वैश्विक संकेतों पर भी निर्भर करेगी.