देश में दूध में मिलावट के मामले से जुड़े खबरें आए दिन देखने सुनने को मिल जाती हैं। चंद पैसों के लिए दूध व दूध से बने उत्पाद का व्यापार करने वाले लोग बेईमानी करते हैं। अब दूध में मिलावट करने वाले की खैर नहीं। दरअसल खाद्य नियामक (FSSAI) इस तहत के काम करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने वाली है। गुरुवार 25 मई को FSSAI ने जानकारी दी कि वह नकली दूध और दूध से बने उत्पाद पर एक्शन के लिए पूरे देश में रेगुलेटर अभियान चलाने जा रहा है।
खाद्य नियामक पूरे भारत में रेगुलेटर अभियान चलाएगा। जिसके तहत देश के कई इलाकों से दूध व दूध से बने प्रोडक्ट्स मेवा, दही, पनीर, घी, छेना, बटर, आइसक्रीम आदि के सैंपल इकट्ठा करेगा। फिर इन सैंपलों की जांच की जाएगी। आपको बता दें कि यह सैंपल प्रदेश, जिला और ब्लॉक स्तर से इकट्ठे किए जाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने देशभर में दूध व दूध से बने उत्पाद की जांच करने का उद्देश्य है कि दूध देश में लोगों के खाने-पीने का जरूरी हिस्सा है। हर उम्र के लोग दूध का सेवन करते हैं। इसलिए दूख की खपत ज्यादा होने लगी। जिसके बाद नकली दूध और उसके प्रोडक्ट्स बनाने और बेचने के मामले भी बढ़ने लगे हैं। ऐसे में इन लोगों पर पर नकेल कसने के लिए FSSAI ने यह कदम उठा रहा है।
सर्वे के तहत गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों दोनों का ही आकलन किया जाएगा। साथ ही मिलावटी केंद्रों की पहचान की जाएगी। बाद में रिपोर्ट के अनुसार गाइडलाइन जारी की जाएगा और एक्शन भी लिया जाएगा। बता दें FSSAI की इस जांच में संगठित और असंगठित दोनों ही सेक्टर को शामिल किया गया है। First Updated : Thursday, 25 May 2023