केंद्र सरकार ने सेब किसानों को दी सौगात, 50 रुपये तय किया सेब का आयात मूल्य
केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर के सेब किसानों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सरकार ने सेब आयात मूल्य को 50 रुपये प्रतिकिलो तय कर दिया है।
केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर के सेब किसानों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जिसके किसानों को राहत मिलेगी। सरकार ने सेब आयात मूल्य को 50 रुपये प्रतिकिलो तय कर दिया है। सोमवार 8 मई को अपनी आयात नीति में संशोधन किया है। साथ ही न्यूनतम मूल्य से कम कीमत पर सेब के आयात पर रोक लगा दी है। इसके फैसले के बाद सेब किसानों को राहत मिली है और उनमें खुशी की लहर देखने को मिल रही है। बता दें सरकार का यह फैसला भूटान से सेब आयात पर लागू नहीं होगा।
किसानों के चेहरे खुशी से खिले
कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के सेब उत्पादकों को सेब के उत्पादन में लागत ज्यादा लगती है। वहीं बहुत कम कीमत पर पड़ोसी देशों से सेब के बेलगाम आयात के साथ बहुत नुकसान हुआ है। लेकिन बाजार में यह सेब बहुत ही कम दाम में बेकना पड़ रहा है, जिससे सेब किसानों का नुकसान हो रहा है। संयुक्त किसान मंच के संयोजक हरीश चौहान और संजय चौहान जानकारी दी कि ईरान का सेब भारत में औसतन 20 से 25 रुपये के दाम पर आयात होता था।
वहीं अब तक इस पर 50 फीसदी आयात शुल्क लगता था। जिसके बाद 20-10 रुपये आयात शुल्क जोड़ने के के बाद विदेशी सेब बाजारों में 30 रुपये प्रतिकिलो दाम पर पहुंचता था। लेकिन सरकार ने अपने फैसले में अब एक किलो सेब का न्यूनतम आयात मूल्य 50 रुपये तय किया है। इससे 20 से 25 रुपये में आयात होने वाले सेब की कीमत 70 से 75 रुपये हो जाएगी।
देश में इन देशों से होता है सेब आयात
भारत में सेब कई देशों से आयात किया जाता है। इनमें ब्राजील, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, ईरानब्राजील, बेल्जियम, चिली, इटली, तुर्की, अफगानिस्तान, फ्रांस, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और पोलैंड शामिल हैं। आपको बता दें कि इसी प्रकार, पोलैंड से आयात इस दौरान 83.36 प्रतिशत बढ़कर 1.53 करोड़ टन रहा। बता दें भारत में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, यूपी, सिक्किम, समेत कई राज्यों में सेब की खेती की जाती है।