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खत्म हुआ ट्रंप के टैरिफ का डर! बड़ी गिरावट के बाद शेयर बाजार में क्यों आई तेजी, ये हैं वो तीन वजहें

एक दिन पहले ही बाजारों ने पिछले 10 महीनों में अपनी सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट का सामना किया था. वैश्विक व्यापार युद्ध और आर्थिक मंदी की आशंकाओं के कारण सेंसेक्स में लगभग 3% और निफ्टी में 3.2% की गिरावट आई थी. इससे कारोबारियों के करीब 20 लाख करोड़ रुपये डूब गए.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

सोमवार को तूफानी गिरावट के बाद मंगलवार को दलाल स्ट्रीट में सुधार नजर आया. सोमवार की गिरावट से उबरते हुए सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने मजबूत बढ़त के साथ शुरुआत की , जिससे निवेशकों को काफी राहत मिली. वैश्विक बाजारों में सुधार के संकेत के अनुरूप शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में 1.5% से अधिक की वृद्धि हुई, जिससे एक दिन पहले की आशंकाएं दूर हो गईं, क्योंकि अधिकांश क्षेत्रों में शुरुआती खरीदारी देखी गई.

एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 1089.08 अंक चढ़कर 74,227.08 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 50 374.25 अंक चढ़कर 22,535.85 पर बंद हुई. यह दोनों सूचकांकों की वृद्धि दर्शाता है. इससे पहले मंगलवार को बाजार 2000 अंकों की मजबूती के साथ खुला. निफ्टी में भी जबरदस्त तेजी देखी गई.

1 दिन में आई 10 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट

आपको बता दें कि एक दिन पहले ही बाजारों ने पिछले 10 महीनों में अपनी सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट का सामना किया था. वैश्विक व्यापार युद्ध और आर्थिक मंदी की आशंकाओं के कारण सेंसेक्स में लगभग 3% और निफ्टी में 3.2% की गिरावट आई थी. इससे कारोबारियों के करीब 20 लाख करोड़ रुपये डूब गए. न केवल मुख्य सूचकांकों में उछाल आया, बल्कि शुरुआती कारोबार में व्यापक बाजारों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया. 

निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 1.63% की वृद्धि हुई, जबकि निफ्टी मिडकैप 100 में 1.37% की वृद्धि हुई. ये लाभ बताते हैं कि विभिन्न प्रकार के शेयरों में खरीदारी देखी गई. भारत VIX, जिसे बाजार का भय सूचक कहा जाता है, में 11.65% की गिरावट आई, जो सोमवार की तुलना में बहुत बड़ा बदलाव है, जब इसमें 60% से अधिक की वृद्धि हुई थी.

शेयर बाज़ार क्यों बढ़ रहा है?

सकारात्मक वैश्विक संकेत

अमेरिकी इक्विटी वायदा में मामूली सुधार के बाद एशियाई बाजारों में तेजी देखी गई. इंडोनेशिया को छोड़कर अधिकांश एशियाई बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. इससे उन निवेशकों को भरोसा मिला जो पहले कमजोर वैश्विक रुझानों को लेकर चिंतित थे.

सोमवार को तकनीकी सहायता आयोजित की गई

सोमवार को तेज गिरावट के बावजूद निफ्टी 22,000 के स्तर से ऊपर रहने में कामयाब रहा, जिसे एक महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल माना जाता है. वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड की इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट क्रांती बाथिनी के अनुसार, इससे बाजार को अपनी पकड़ बनाए रखने में मदद मिली. उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिनों के सुधार के बाद हम बाजार में उछाल देख रहे हैं. अधिकांश एशियाई बाजारों में कुछ खरीदारी देखी जा रही है, और इससे हमारे बाजारों को हरे निशान में बने रहने में मदद मिल रही है."

वैश्विक व्यापार तनाव पर कुछ स्पष्टता:

हालांकि, अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है, लेकिन निवेशकों को यह विश्वास होने लगा है कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध का अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर उतना प्रभाव नहीं पड़ेगा. बिजनेस एक्सपर्ट के अनुसार, व्यापार युद्ध अमेरिका और चीन तक ही सीमित रहने की संभावना है. यूरोपीय संघ और जापान जैसे अन्य देश बातचीत करने का विकल्प चुन रहे हैं. भारत ने भी अमेरिका के साथ बातचीत शुरू कर दी है." उन्होंने कहा कि अमेरिका अभी दवाइयों के सामान पर टैरिफ नहीं लगा सकता है, यही वजह है कि फार्मा स्टॉक लंबी अवधि के निवेशकों के लिए आकर्षक लग रहे हैं.

आगे क्या उम्मीद करें?

हालांकि आज बाजार में तेजी है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना ​​है कि कुल मिलाकर माहौल अभी भी सतर्क है. निवेशक 'प्रतीक्षा करें और देखें' की नीति पर चल रहे हैं, क्योंकि वे वैश्विक घटनाक्रमों, खासकर व्यापार युद्ध से संबंधित, पर अधिक स्पष्टता की प्रतीक्षा कर रहे हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में मंदी की आशंका बढ़ गई है. टैरिफ से चीन को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है. अगर अमेरिका चीनी सामानों पर 50% टैरिफ लगाने की योजना पर आगे बढ़ता है, तो इससे चीनी निर्यात पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में चीन धातुओं सहित अपने उत्पादों को दूसरे देशों को बेचने की कोशिश कर सकता है, जिससे वैश्विक स्तर पर धातुओं की कीमतें कम हो सकती हैं. भारत की वृहद आर्थिक स्थिति स्थिर है और हम वित्त वर्ष 2026 में लगभग 6% की दर से विकास कर सकते हैं तथा मूल्यांकन उचित है, विशेष रूप से लार्जकैप में दीर्घावधि निवेशक प्रमुख वित्तीय कंपनियों जैसे उच्च गुणवत्ता वाले लार्जकैप में निवेश करना शुरू कर सकते हैं.

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08 April 2025, 04:06 PM IST

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