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भारतीय शेयर बाजार पर दिख रहा पहलगाम अटैक का असर, 1000 अंक गिरा सेंसेक्स, 23000 पर फिसलकर आया निफ्टी

भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव और कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई, जबकि पाकिस्तान के शेयर बाजार में भी भारी उतार-चढ़ाव देखा गया.

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का सीधा असर दोनों देशों के शेयर बाजार पर दिखने लगा है. कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते और बिगड़े हैं, जिसके परिणामस्वरूप भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है. शुक्रवार को वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत मिलने के बावजूद भारतीय बाजार शुरुआत में हरे निशान पर खुलने के बाद लाल में चले गए.

शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार ने शुरुआत में सकारात्मक रुझान दिखाया था, लेकिन बाद में बाजार में बिकवाली के कारण गिरावट आई. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में इस गिरावट का गहरा असर पड़ा. सुबह 9:20 बजे, सेंसेक्स 28.72 अंक यानी 0.04 प्रतिशत बढ़कर 79,830.15 के स्तर पर कारोबार कर रहा था. वहीं, निफ्टी 99.80 अंक यानी 0.41 प्रतिशत बढ़कर 24,346.50 के स्तर पर था. हालांकि, कुछ ही समय बाद सेंसेक्स में 881.49 अंक की गिरावट आई और ये 78,919.94 के स्तर पर पहुंच गया. निफ्टी में भी 285.05 अंक की गिरावट आई और ये 23,961.65 तक पहुंच गया, जो 23,000 के स्तर के करीब था.

भारत-पाकिस्तान के तनाव का असर

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ दिख रहा है. गुरुवार को लगातार 7 दिनों की बढ़त के बाद भारतीय बाजार में गिरावट देखी गई थी. सेंसेक्स 315.06 अंक यानी 0.39 प्रतिशत गिरकर 79,801.43 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 82.25 अंक यानी 0.34 प्रतिशत नीचे 24,246.70 पर बंद हुआ था.

कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने नई दिल्ली के साथ सभी व्यापारिक गतिविधियों को निलंबित कर दिया है. इसके अलावा, पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि अगर सिंधु जल समझौते का उल्लंघन कर जल प्रवाह को रोका गया, तो इसे युद्ध की स्थिति माना जाएगा. ये कदम पाकिस्तान ने भारत के कूटनीतिक एक्शन के बाद उठाया है.

मुनाफावसूली और भू-राजनीतिक तनाव का बाजार पर असर

वेल्थ मिल्स सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड के इक्विटी रणनीति निदेशक क्रांति बथिनी ने कहा कि बाजार ने जबरदस्त तेजी देखी थी, निफ्टी 22,000 से बढ़कर 24,400 तक पहुंच गया था. अब, इस तेजी के बाद मुनाफावसूली स्वाभाविक है. बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव भी निवेशकों को नकद स्थिति में रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद कुछ कंपनियों के शेयरों में मामूली बढ़त देखी गई. टीसीएस का शेयर 0.7 प्रतिशत बढ़ा, जबकि इन्फोसिस में 0.67 प्रतिशत की वृद्धि हुई. इंडसइंड बैंक के शेयर में 0.31 प्रतिशत का उछाल आया, वहीं एचडीएफसी बैंक के शेयर में 0.08 प्रतिशत की मामूली बढ़त देखी गई.

वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुझान

वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुझान के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई. वॉल स्ट्रीट में मजबूती के कारण एशियाई बाजारों में सकारात्मक संकेत मिले. दक्षिण कोरिया के शेयर बाजार में तेजी आई, जबकि जापान का निक्केई 1.23 प्रतिशत बढ़ा. वहीं, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.63 प्रतिशत नीचे गिर गया.

संपूर्ण एसएंडपी 500 इंडेक्स में 2.03 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि नैस्डैक कंपोजिट में 2.74 प्रतिशत और डॉउ जोन्स इंडस्ट्रियल में 1.23 प्रतिशत की बढ़त रही. रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था की दिशा स्पष्ट होती है तो वे जून में ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर सकते हैं.

पाकिस्तान के शेयर बाजार में गिरावट

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर पाकिस्तान के शेयर बाजार पर भी पड़ा है. कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद, पाकिस्तान के शेयर बाजार में पिछले दो दिनों से भारी उतार-चढ़ाव देखा गया है. गुरुवार को कराची स्टॉक एक्सचेंज में करीब 2,000 अंक की गिरावट आई, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया.

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25 April 2025, 12:04 PM IST

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