Rice Price : चावल के बढ़े दाम से जनता को मिलेगी राहत, अब सरकार ने उबले चावल के निर्यात पर लगाया टैक्स
Boiled Rice : केंद्र सरकार ने उबले चावल के एक्सपोर्ट पर 20 प्रतिशत का शुल्क लगा दिया है. घरेलू मार्केट में चावल की कीमतों को उछाल देखते हुए यह कदम उठाया है.
Boiled Rice Export : देशभर में महंगाई बढ़ती जा रही है. दूध-दही, फल-सब्जी और अनाज के दाम आसमान छू रहे हैं. महंगाई ने आम जनता की परेशानी बढ़ा दी है. फेस्टिवल सीजन में उत्पादों की कीमत बढ़ने से लोगों का बुरा हाल है. पिछले कुछ दिनों से चावल के दाम भी बढ़े हैं. जिसको लेकर एक राहत भरी खबर सामने आई है. दरअसल केंद्र सरकार ने उबले चावल के एक्सपोर्ट पर 20 प्रतिशत का शुल्क लगा दिया है. इस फैसले को तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया गया है.
चावल के दाम को देखकर लिया फैसला
भारत सरकार ने घरेलू मार्केट में चावल की कीमतों को उछाल देखते हुए यह कदम उठाया है. नोटिफिकेशन के मुताबिक सरकार ने विदेशी निर्यात पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं. आपको बता दें कि भारत दुनिया के सबसे बड़ा चावल निर्यात करने वाला देश है. 20 जुलाई, 2023 को देश में गैर बासमती चावल महंगे होने से विदेशी निर्यात पर बैन लगा दिया था. फूड और एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन ने ग्लोबल लेवल पर मापा गया चावल मूल्य सूचकांक जारी किया था. जिसके अनुसार 12 सालों में चावल का दाम उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था.
क्या है सरकार का प्लान
भारत में अब विदेशी खरीदीरों को उबले चावल खरीदना महंगा पड़ेगा. जिससे कि इसकी ब्रिकी लिमिटेड हो जाएगी. सरकार ने घरेलू बाजार में अनाज की कीमतों को काबू में करने के लिए निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है. अनुमान है कि इस साल चावल का उत्पादन भी कम हो सकता है. जिसका कारण मानसून को बताया जा रहा है. इसलिए सरकार का फोकस घरेलू बाजार में खाद्य भंडार को बढ़ाना है. साथ ही चावल के रिजर्व प्राइस को 31 रुपये प्रति किलो से 29 रुपये करने का फैसला लिया गया है.