Rice Production : भारत में इस साल चावल के प्रोडक्शन में आएगी कमी, जानिए क्या है कारण
ICAR : रिपोर्ट के अनुसार चावल की फसल के प्रोडक्शन में 5 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है. जिसका बड़ा कारण बारिश माना जा रहा है.
Rice Production In India : देशभर में पिछले कुछ समय में आम जनता महंगाई की मार झेल रही है. फलों-सब्जियों से लेकर अनाज तक के दाम आसमान छू रहे हैं. इस बीच एक खबर सामने आई है. जिससे देश में अब चावल भी महंगा हो सकता है. दरअसल इस साल भारत में चावल के उत्पादन में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है. रिपोर्ट के अनुसार चावल की फसल के प्रोडक्शन में 5 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है. जिसका बड़ा कारण बारिश माना जा रहा है.
चावल के प्रोडक्शन में कमी
भारत में सबसे ज्यादा चावल का उत्पादन पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़. और पूर्वी यूपी में होता है. इन राज्य में इस साल बहुत बारिश हुई है. जिसका असर चावल की उत्पादकता पर पड़ेगा. इसको देखते हुए नेशनल राइस इंस्टीट्यूट (ICAR) ने इन राज्यों को सलाह दी है कि वह कम समय के लिए चावल की फसल को लगाएं, जिससे खराब मानसून के प्रभाव से लड़ा सके. साथ ही चावल की अलग-अलग किस्मों का सही तरह से उत्पादन बढ़ सके.
कम उत्पादन को लेकर चिंता
इस वर्ष धान की फसल की बुआई और उत्पादन दर पर प्रभाव देखा गया और चावल के उत्पादन को लेकर टेंशन बढ़ गई है. वहीं वित्त वर्ष 2024 में ग्लोबल चावल प्रोडक्शन में अनुमानित 7 मिलियन टन की कमी की वजह से वैश्विक चावल की कीमतें बढ़ने का अनुमान है. ग्लोबल मार्केट के साथ घरेलू बाजार में भी इसके दामों में उछाल देखने को मिल सकता है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसका भारत के वित्त वर्ष 2023 के कुल निर्यात में समग्र 30 फीसदी का भाग रहा थ.