Train Fare Concession: भारतीय रेलवे समय-समय अपने यात्रियों को सुविधा देने के लिए कई तरह का ऐलान करती है. बीते कुछ साल पहले रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को किराए में विशेष छूट देने का ऐलान किया था. हालांकि यह छूट पिछले कुछ सालों से बंद है. यानी रेलवे इस स्कीम को बंद कर दिया हुआ है. वहीं इसे फिर से बहाल करने को लेकर अक्सर चर्चा होते रहती हैं. यहां तक इस बात का मुद्दा संसद के दोनों सदनों में भी उठाया जा चुका है. इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मामले पर नया अपडेट जारी किया है.
दरअसल हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के प्रगति की समीक्षा करने के लिए अहमदाबाद में गए थे. इस अवसर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनसे पूछा गया तो ट्रेन की रियायती दरों के बारे में सवाल पूछा गया. इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, पूर्व-कोविड के बाद वरिष्ठ नागरिकों और मीडियाकर्मियों को ट्रेन की यात्रा पर 55 फीसदी की रियायत दी जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि, ये रियायत दर दी जा रही है जो देश के प्रत्येक ट्रेन पर मिल रही है.
गौरतलब है कि, केंद्र सरकार पहले भी कई बार इस मामले में अपना पक्ष साफ कर चुकी है. ऐसे में साफ पता चल रहा है कि, वरिष्ठ नागरिकों को रेल के किराए में छूट अब शायद ही मिलेगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक बार फिर उसी तर्क को दोबारा दोहराते हुए कहा कि, वरिष्ठ नागरिकों को किराए पर 55 फीसदी की छूट मिल रही है. इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि, अगर किसी रूट के ट्रेन टिकट की लागत 100 रुपये आ रही है तो रेलवे की तरफ से केवल 45 रुपये चार्ज किए जा रहे हैं.
आपको बता दें कि, हर साल रेलवे को वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट बंद करने से मोटी बचत हो रही है. इस बात की जानकारी रेलवे ने खुद आरटीआई के जवाब में दी थी. उस दौरान रेलवे ने बताया था कि, 30 मार्च 2020 से 31 मार्च 2022 के दौरान उसे वरिष्ठ नागरिकों से 3,464 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. First Updated : Saturday, 13 January 2024