भारतीय बाजारों में गिरावट के बाद यूजर्स ने दी प्रतिक्रियाएं...,एक ने कहा-
सोमवार को शुरुआती सत्र में सेंसेक्स लगभग 3,000 अंक गिरकर खुला, वहीं निफ्टी 50 में 1,000 अंक से अधिक की गिरावट देखी गई. इस बीच, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यूजर्स ने इस गिरावट को लेकर प्रतिक्रिया दी और इसकी तुलना बाजार में होने वाले रक्तपात से की. एक यूजर ने तो इसे "बैंड बज गया" तक कह डाला.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आक्रामक व्यापार नीतियों को लेकर बढ़ती चिंताओं के कारण एशियाई बाजारों में बिकवाली का दौर शुरू हो गया था और इसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा. सेंसेक्स लगभग 3,000 अंक गिरकर 3.5 प्रतिशत से अधिक नीचे खुला, जबकि निफ्टी 50 में शुरुआती कारोबार में 1,000 अंक से ज्यादा की गिरावट आई.
गिरावट को लेकर प्रतिक्रिया
इस बीच, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यूजर्स ने इस गिरावट को लेकर प्रतिक्रिया दी और इसकी तुलना बाजार में होने वाले रक्तपात से की. एक यूजर ने तो इसे "बैंड बज गया" तक कह डाला. वहीं, बाजार में उथल-पुथल के बीच भारतीय रुपया भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ. 7 अप्रैल को रुपया 50 पैसे गिरकर 85.74 पर खुला, जबकि इससे पहले वह 85.23 पर बंद हुआ था. निवेशकों की चिंता इस बात को लेकर थी कि ट्रंप की टैरिफ नीति वैश्विक अर्थव्यवस्था को मंदी की ओर ले जा सकती है.
Stock market ka band baj gya #niftycrash #Sensex #stockmarketcrash pic.twitter.com/b1GdXYOJMC
— Rohit Dwivedi (@ImRohitDwi10) April 7, 2025
तीन महीनों में सबसे बेहतर स्थिति
इससे पहले 4 अप्रैल को रुपया अपनी स्थिति को मजबूत कर चुका था और तीन महीनों में सबसे बेहतर स्थिति में था. कभी-कभी यह 85 अंक से नीचे भी कारोबार कर रहा था. ब्रेंट क्रूड की कीमतों में गिरावट और अमेरिकी नेतृत्व में मंदी की बढ़ती आशंका के कारण डॉलर पर दबाव पड़ा, जिससे भारतीय मुद्रा को कुछ समर्थन मिला था.
Tariff-ied, world markets crashing.
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) April 7, 2025
Sensex fall not for the faint hearted.
It is Tariff-ying. 🥹
इस बीच, इंडिया VIX (जो बाजार में उतार-चढ़ाव को मापता है) 55 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 21 के स्तर को पार कर गया, जो बाजार में बढ़ती अनिश्चितता और निवेशकों में घबराहट का संकेत था.
Blood bath in Indian stock market today.#sensex #BSE#NSE
— Abhijit Deshmukh (@iabhijitdesh) April 7, 2025