Wheat Price : आम नागरिकों को महंगाई से मिलेगी राहत, सरकार ओपन मार्केट में बेचे इतने टन गेहूं
FCI Sells Wheat : सरकार ने ई-नीलामी के जरिए इस वित्त वर्ष में 2.37 मिलियन टन गेहूं ओपन मार्केट में बेचे हैं. बुधवार को एफसीआई ई-नीलामी के माध्यम से कुल 0.19 टन गेहूं बेचे हैं.
FCI Sells Wheat : देश भर में खाद्य सामग्रियों के दाम बढ़ते जा रहे हैं. बढ़ती महंगाई से देश के आम नागरिकों का हाल-बेहाल है. त्योहारी सीजन से पहले लोगों को राहत देने के लिए सरकार ने नई योजना बनाई है. दरअसल केंद्र सरकार ने गेहूं के बढ़ते दामों पर लगाम लगाने के लिए गेहूं के स्टॉक को खुले बाजार में बेच रही है. सरकार ने ई-नीलामी के जरिए इस वित्त वर्ष में 2.37 मिलियन टन गेहूं ओपन मार्केट में बेचे हैं. यह फैसला आटे की कीमतों पर काबू पाने के लिए लिया गया है.
FCI ने दी जानकारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) ने अब अपने स्टॉक से 2.37 लिमियन टन गेहूं की बिक्री की है. बुधवार को एफसीआई ई-नीलामी के माध्यम से कुल 0.19 टन गेहूं बेचे हैं. साल के आखिरी तक ई-नीलामी के जरिए कुल 5 मीट्रिक टन गेहूं की बिक्री करने का लक्ष्य रखा गया है. अधिकारी के बताया कि सरकार ई-नीलामी के तहत गेहूं को 2,220.17 रुपये प्रति क्विंटल बेच रही है. पहले इसकी कीमत 2,254.71 रुपये प्रति क्विंटल थी.
कम हुए गेहूं के दाम
पिछले कुछ समय से गेहूं की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. जिसका कारण एफसीआई द्वारा ओपन मार्केट में गेहूं की बिक्री है. जानकारी के अनुसार देश में गेहूं का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में मौजूद है. लेकिन आटे के दाम में कोई बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. आपको बता दें कि एफसीआई अगस्त 2023 से ही गेहूं की लगातार बिक्री कर रहा है. इसका असर गेहूं की कीमतों पर हुआ है. गेहूं की खुदरा महंगाई दर 9.3 फीसदी गिरावट के साथ 7.93 फीसदी पहुंच गई है. सरकार इस ओर लगातार नए-नए फैसले ले रही है.