Wholeale Price Index : भारत में मार्च के महीने में 1.34 फीसदी घटी थोक महंगाई
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अनुसार देश में मार्च, 2023 में ईंधन और बिजली क्षेत्र में महंगाई 8.96 प्रतिशत रह गई। जोकि फरवरी के 14.82 प्रतिशत थी।
देश में खाद्य उत्पादों के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। जिससे दूध, दही, दालें, फल-सब्जियां समेत कई चीजों के दाम बढ़ गए हैं। महंगाई से देश की आम जनता बुरी तरह परेशान है। बढ़ती महंगाई के बीच लोगों का घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। इस बीच देश के आम नागरिकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है, जिससे उन्हें महंगाई से थोड़ी राहत मिलेगी।
दरअसल भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने मार्च 2023 के थोक मुद्रास्फीति के आकड़ें जारी कर दिए हैं। जिसके अनुसार मार्च में थोक मुद्रास्फीति 1.34 प्रतिशत हो गई है।
दसवें महीने घटे थोक मुद्रास्फीति रेट
आपको बता दें कि मार्च दसवां महीना है जब थोक मुद्रास्फीति में भारी गिरावट देखने को मिली है। इस हिसाब से हम यह कह सकते हैं कि भारत में आगामी दिनों में खुदरा बाजार में महंगाई और कम हो सकती है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार देश में फरवरी 2023 में 3.85 प्रतिशत थी।
आपको बता दें कि जनवरी में ये आंकड़ा 4.73 प्रतिशत और दिसंबर में 4.95 प्रतिशत था। वहीं, पिछले साल मार्च में थोक मुद्रास्फीति का आंकड़ा 14.63 प्रतिशत का था।
इन उत्पादों के रेट हुए कम
मंत्रायल के मुताबिक भारत में मार्च में थोक मुद्रास्फीति में गिरावट का बड़ा कारण की वजह मिनरल, रबर, प्लास्टिक उत्पाद, मेटल, खाद्य उत्पाद, टेक्सटाइल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, पेपर और पेपर उत्पादों की कीमतों का कम होना है। आपको बता दें कि इस दौरान गेहूं और दाल 9.16 प्रतिशत और 3.03 प्रतिशत सस्ते हुए हैं। वहीं सब्जियां के दाम में 2.22 प्रतिशत की गिरावट आई।
मार्च, 2023 में तिलहन की महंगाई दर 15.05 प्रतिशत घटी। मंत्रालय ने आगे बताया कि मार्च, 2023 में ईंधन और बिजली क्षेत्र में महंगाई 8.96 प्रतिशत रह गई। जोकि फरवरी के 14.82 प्रतिशत थी।
इस दौरान पिछले महीने विनिर्मित उत्पाद की महंगाई 1.94 प्रतिशत थी। जो अब 0.77 प्रतिशत सस्ते हो गई है। वहीं हम आलू और प्याज के दाम मार्ट में घटकर 23.67 प्रतिशत हो गए हैं। आलू-प्याज की यह महंगाई फरवरी में 14.30 फीसदी थी।