क्या मुकेश अंबानी को 15,000 करोड़ रुपये के घर 'एंटीलिया' को खाली करना होगा? वक्फ बोर्ड का दावा!
मुकेश अंबानी और नीता अंबानी का आलीशान घर एंटीलिया वक्फ बोर्ड की ज़मीन पर होने का दावा किया जा रहा है. हाल ही में पारित वक्फ संशोधन विधेयक के बाद यह सवाल उठ रहा है कि अगर यह विधेयक राष्ट्रपति से मंजूरी पा जाता है तो क्या अंबानी को अपना घर खाली करना पड़ेगा? इस मामले पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है और सोशल मीडिया पर भी बहस शुरू हो गई है. क्या वाकई एंटीलिया का भविष्य संकट में है?

Waqf Board Claim: मुकेश अंबानी और नीता अंबानी का आलीशान निवास 'एंटीलिया' न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में एक प्रतीक बन चुका है. यह 15,000 करोड़ रुपये का महल मुंबई के एक पॉश इलाके में स्थित है. लेकिन अब इस घर को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. वक्फ बोर्ड का दावा है कि यह एंटीलिया वक्फ बोर्ड की जमीन पर बना है. इस दावे ने एक नया मोड़ लिया है और अगर वक्फ संशोधन विधेयक पास हो जाता है तो क्या अंबानी को अपना घर खाली करना होगा?
वक्फ संशोधन विधेयक की पहल
हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित किया गया है और अब इसे राष्ट्रपति की मंजूरी का इंतजार है. यह विधेयक 1995 के वक्फ अधिनियम में संशोधन करने के लिए लाया गया है ताकि वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और प्रशासन में सुधार हो सके. यह कदम वक्फ संपत्तियों के प्रशासन में पारदर्शिता बढ़ाने और उनका बेहतर उपयोग सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.
क्या है वक्फ बोर्ड का दावा?
वक्फ बोर्ड का कहना है कि मुकेश अंबानी का 15,000 करोड़ रुपये का घर एंटीलिया, जिसे निजी तौर पर एक विशाल महल के रूप में जाना जाता है, वक्फ बोर्ड की जमीन पर स्थित है. सोशल मीडिया पर यह बात तेज़ी से वायरल हो रही है कि यह जमीन पहले अनाथालय की थी और 2002 में इसे बेच दिया गया था. कुछ पुराने वीडियो क्लिप्स में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस मामले पर टिप्पणी की है.
क्यों यह विषय महत्वपूर्ण है?
यह मामला इसलिए भी गंभीर हो जाता है, क्योंकि अगर वक्फ संशोधन विधेयक पारित हो जाता है, तो वक्फ बोर्ड के दावों के आधार पर एंटीलिया जैसी संपत्तियां भी प्रभावित हो सकती हैं. इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन और उनका सही तरीके से उपयोग करना है लेकिन यह सवाल भी उठता है कि क्या यह विधेयक किसी अमीर व्यक्ति के बड़े घर को भी प्रभावित कर सकता है.
किसका है एंटीलिया की ज़मीन पर हक?
इस मुद्दे पर विभिन्न नेताओं और सोशल मीडिया यूजर्स के बीच बहस हो रही है. कई लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे हैं कि आखिरकार एंटीलिया की ज़मीन का असली मालिक कौन है? इस सवाल का जवाब AI टूल ग्रोक ने दिया है, जिसमें बताया गया कि यह ज़मीन पहले एक अनाथालय की थी और 2002 में इसे बेचा गया था.
इस पूरे विवाद के बीच एक महत्वपूर्ण सवाल यह उठता है कि अगर वक्फ बोर्ड का दावा सही है तो क्या मुकेश अंबानी और नीता अंबानी को एंटीलिया छोड़ना पड़ेगा? हालांकि इस पर अंतिम फैसला राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद ही होगा लेकिन यह मामला अब चर्चा का केंद्र बन चुका है.