5 साल की मासूम से दरिंदगी, पुलिस एनकाउंटर में मारा गया आरोपी
कर्नाटक के हुबली में 5 साल की बच्ची के अपहरण और हत्या के आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. आरोपी रितेश कुमार बिहार का रहने वाला था. जब पुलिस उसे पहचान की पुष्टि के लिए ले जा रही थी, तभी उसने हमला कर भागने की कोशिश की. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना के बाद इलाके में गुस्सा फैल गया.

कर्नाटक के हुबली शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना में 5 साल की बच्ची के अपहरण और हत्या के आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है. यह मुठभेड़ रविवार, 13 अप्रैल को हुई जब आरोपी रितेश कुमार को पुलिस ने उसकी पहचान की पुष्टि के लिए उसके घर ले जाने की कोशिश की. इस दौरान उसने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की, जिसके बाद उसे गोली मार दी गई.
हुबली के पुलिस प्रमुख शशि कुमार ने बताया कि आरोपी रितेश कुमार, बिहार के पटना का रहने वाला था. पुलिस जब उसे उसके घर ले जा रही थी, तभी उसने अचानक हमला कर दिया और पुलिस वाहन को नुकसान पहुंचाया. पुलिस ने उसे रोकने के लिए पहले चेतावनी दी और हवा में फायर किया, लेकिन वह नहीं रुका. इसके बाद सब-इंस्पेक्टर अन्नपूर्णा ने उस पर दो गोलियां चलाईं. घायल हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज था केस
रितेश कुमार पर पॉक्सो (POCSO) कानून के तहत बलात्कार और हत्या का केस दर्ज किया गया था. घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया था. बच्ची का शव एक खाली पड़ी इमारत में मिला था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय चश्मदीदों के बयान के आधार पर आरोपी की पहचान की थी.
स्थानीय लोगों में गुस्सा, पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन
घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया. बड़ी संख्या में लोग हुबली के अशोक नगर पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा हुए और आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग करने लगे. लोगों ने बच्ची के लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
मजदूर परिवार से थी बच्ची, मां करती थी घरों में काम
पीड़ित बच्ची का परिवार कर्नाटक के कोप्पल जिले से ताल्लुक रखता है. उसकी मां घरों में सफाई का काम करती है और एक ब्यूटी पार्लर में भी काम करती थी. बच्ची को वह सुबह अपने साथ काम पर ले गई थी, जहां से आरोपी ने उसे अगवा कर लिया. बच्ची कुछ ही घंटों में लापता हो गई थी और बाद में पास की एक वीरान इमारत में मृत मिली.
यह घटना समाज और कानून व्यवस्था दोनों के लिए एक गंभीर सवाल छोड़ती है. पुलिस की तत्परता से आरोपी को जल्द पकड़ लिया गया और मुठभेड़ में उसे मार गिराया गया, लेकिन एक मासूम की जान जा चुकी थी.