गर्दन काट कर छील दी खोपड़ी, दोस्त के काल बनने की कहानी
इस दुनिया में कुछ लोग मेहनत करके अमीर बनने की कोशिश करते हैं, जबकि कुछ रातों-रात धनवान बनने की इच्छा रखते हैं. हाल ही में गाजियाबाद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक ई-रिक्शा चालक विकास उर्फ परमात्मा और उसके दोस्त धनंजय ने तंत्र विद्या के लालच में एक दोस्त की हत्या कर दी.
Crime News: इस दुनिया में कोई गरीब पैदा होता है तो कोई अमीर वहीं कुछ लोग मेहनत करके अमीर बनाना चाहते हैं तो वहीं कुछ लोग सोचते हैं कि मेहनत भी न करू और रातों रात अमीर बन जाऊँ. इन दिनों एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर एक अमीर बनने के लिए एक दोस्त ने दूसरे दोस्त का सिर धड़ से अलग कर दिया गया उसे लालच दिया गया था कि वह अगर ऐसा काम करता है तो उसे खूब पैसा दिया जाएगा तो आइए इस वारदात पर नजर डालते हैं कि पैसे के लिए एक दोस्त ने क्या कुछ कर डाला.
दिल्ली NCR से सटे इलाके गाजियाबाद जिले में काला जादू को लेकर एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. जिसका खुलासा पुलिस ने करते हुए कहा कि तंत्र विद्या से रुपए कमाने के लिए ई- रिक्शा चालक विकाश उर्फ परमात्मा ने ऑटो चालक और उसके दोस्त धनंजय को तरीका बताया था. इसके बाद विकास और धनंजय ने पांच दिन तक शराब पिलाने के बाद पड़ोस में रहने वाले दोस्त राजू की हत्या कर दी थी.
गर्दन काटी और चाकू से छील दी खोपड़ी
विकास, जो गली नंबर-एक ताहिरपुर, दिल्ली का निवासी है, और धनंजय, जो बिहार के मोतिहारी जिले के डुमरियाघाट थाना क्षेत्र का निवासी है, ने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया. विकास ने पूछताछ में बताया कि वह अपने मामा के ऑटो को किराए पर लेकर चलाता है. कुछ महीने पहले उसकी मुलाकात धनंजय से हुई, जो नई दिल्ली के गढ़ी हिम्मतगढ़ में अपने दूर के रिश्तेदार के पास रहकर खाना बनाता था. दोनों की मुलाकात के बाद विकास ने तंत्र विद्या और टोने-टोटके से सब कुछ हासिल करने की बात की और कहा कि एक दिन उन्हें बड़ा काम मिल सकता है.
पुलिस ने खोले राज
विकास ने दोनों को बताया कि वे एक ऐसे व्यक्ति की तलाश करें, जिसकी हत्या करके उसकी खोपड़ी का उपयोग तंत्र क्रिया में किया जा सके. उसने धनंजय को अज्ञात युवक की तलाश करने पर पांच लाख रुपये देने का लालच भी दिया. इसके बाद, धनंजय ने अपने पड़ोसी और दोस्त राजू कुमार को निशाना बनाने का निर्णय लिया. राजू, जो नशा करने का आदी था और पकौड़े की ठेली लगाता था, को 15 जून को अगवा कर लिया गया. उसे परमात्मा के कमरे में ले जाकर पांच दिन तक शराब पिलाई गई.
21-22 जून की रात को, राजू को गले में फंदा डालकर पंखे से लटका दिया गया. शव को छिपाने के लिए ऑटो से टीला मोड़ थाना क्षेत्र की पंचशील कॉलोनी में ले जाया गया, जहां सड़क किनारे खड़ा कर राजू का सिर छुरी से काटकर धड़ जंगल में फेंक दिया गया. सिर को प्लास्टिक की बाल्टी में रखकर ले जाया गया. सात दिन तक कटा हुआ सिर कमरे में रखा गया, लेकिन बदबू फैलने के बाद मुख्य आरोपी विकास और परमात्मा ने तंत्र विद्या से पैसे कमाने का प्रयास किया, जो विफल हो गया। इसके बाद, वे कटा हुआ सिर लेकर फरार हो गए.