Cyber Fraud: जिंदगी की परेशानियों से छुटकारा पाने के चक्कर में एक शख्स को 12,50,000 रुपये की ठगी का होना पड़ा शिकार
एक व्यक्ति साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गया, जिससे बचने के लिए उसने क्रैडिट कार्ड और निजी ऋणदाताओं से कर्ज लिया. लगातार बढ़ते दबाव और आर्थिक तंगी के कारण पीड़िता ने आखिरकार साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए बीएनएस और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की. इस मामले से डिजिटल लेनदेन में सतर्कता बरतने की जरूरत स्पष्ट होती है, ताकि लोग ऐसे ठगों के जाल में न फंसें

साइबर धोखाधड़ी: साइबर जालसाजों ने अब नया तरीका अपना लिया है. साइबर जालसाजों ने ज्योतिषी बनकर मुंबई के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से 12.50 लाख रुपये की ठगी की है. ठगों ने उसकी कमजोरियों का फायदा उठाया और धोखाधड़ी की. शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. बीकेसी क्षेत्र में रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने डिवाइनटॉक नामक एक ज्योतिष ऐप डाउनलोड किया था.
पीड़िता ने बताया कि जनवरी में उसने ऐप के जरिए आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में निशांत से बात की थी. निशांत ने अपनी जिंदगी में सब कुछ ठीक करने के लिए 6,300 रुपए मांगे. एक सप्ताह तक सोचने के बाद पीड़ित ने फिर निशांत से संपर्क किया, जिसने उसे बताया कि अगली रस्म बड़ी महाराज ही करेंगे.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत
निशांत ने पीड़िता और बड़े महाराज के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कराई. इसके बाद जालसाजों ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया. बड़े महाराज ने समारोह शुरू करने के लिए 15,300 रुपये की मांग की और फिर विभिन्न बहानों से 28,000 रुपये की अतिरिक्त मांग की, जिसका भुगतान पीड़िता ने इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से कर दिया. जब पीड़ित ने अनुष्ठान का सबूत मांगा तो बड़े महाराज ने उसे रात में बुलाया और 20,000 रुपये की और मांग करते हुए कहा कि अधूरे अनुष्ठान उसके लिए हानिकारक हो सकते हैं. डर के मारे पीड़ित ने 2.41 लाख रुपए तक दे दिए.
लगातार डराया धमकाया गया
जालसाजों ने उसे और अधिक डरा धमकाकर उससे कुल 12.50 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर ली. इसलिए उन्होंने क्रेडिट कार्ड और निजी ऋणदाताओं से ऋण लिया. पीड़िता ने सोमवार को साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने बीएनएस और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की.