फेक आईडी बनाकर पति-पत्नी ने ठगे 25 लाख, पोल खुलने पर सीधे पहुंचे हवालात
Crime News: हरियाणा के यमुनानगर में फर्जी आईडी के जरिए पति-पत्नी की जोड़ी ने लोगों को अपना शिकार बनाया और एक युवक से 25 लाख रुपये की ठगी कर ली. साइबर पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ जारी है. बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने सोशल मीडिया के माध्यम से कई फर्जी आईडी बनाकर ठगी का धंधा चला रखा था.
Crime News: हरियाणा के यमुनानगर में एक चौंकाने वाला ठगी का मामला सामने आया है. फर्जी आईडी के जरिए पति-पत्नी की जोड़ी ने लोगों को अपना शिकार बनाया और एक युवक से 25 लाख रुपये की ठगी कर ली. मामले का खुलासा तब हुआ जब आरोपी पति-पत्नी ने अपनी ही फर्जी कहानी में उलझकर पीड़ित को धोखा दिया, जिसके बाद पुलिस को इसकी शिकायत दी गई.
साइबर पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ जारी है. बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने सोशल मीडिया के माध्यम से कई फर्जी आईडी बनाकर ठगी का धंधा चला रखा था. कोर्ट ने उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, जहां और भी खुलासों की उम्मीद है.
फर्जी आईडी से ठगी
यमुनानगर की साइबर पुलिस की गिरफ्त में आए पति-पत्नी परमिंदर कौर और गुरप्रीत ने सोशल मीडिया और एप्स पर कई फर्जी आईडी बनाकर लोगों से ठगी करना शुरू किया. इनकी योजना में "शिवानी", "रेड क्वीन", और "जिया" जैसे नामों से फर्जी प्रोफाइल शामिल थे, जिनके जरिए वे लोगों से दोस्ती करते और बाद में पैसों की ठगी करते.
पीड़ित युवक को "शिवानी" के नाम पर फंसाया
बिहार निवासी एक युवक को "शिवानी" नामक फर्जी आईडी के जरिए अपने जाल में फंसाकर 25 लाख रुपये की ठगी की गई. डीपी पर किसी दूसरी लड़की की फोटो लगाकर "शिवानी" ने खुद को गूगल की कर्मचारी और यूएसए में रहने वाली बताया. बाद में बीमारी का बहाना बनाकर पीड़ित युवक से पैसों की मांग की गई, जो उसने सहानुभूति में दे दिए.
"मौत और वसीयत" की कहानी से हुआ खुलासा
शिवानी के अचानक मरने की खबर और उसके नाम की वसीयत का नाटक रचकर पीड़ित को और पैसे खर्च करने के लिए उकसाया गया. लेकिन युवक को शक हुआ और उसने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ और साइबर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
तीन दिन की रिमांड पर पति-पत्नी
साइबर पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें तीन दिन की रिमांड पर भेजा गया. पुलिस का मानना है कि इस दौरान और भी कई खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि इन लोगों ने अन्य फर्जी आईडी का इस्तेमाल करके भी ठगी की है. पुलिस द्वारा ठगे गए 25 लाख रुपये को भी बरामद करने की कोशिशें की जा रही हैं, और जांच के बाद यदि उन्होंने इन पैसों से कोई संपत्ति खरीदी होगी तो उसे भी अटैच किया जाएगा.