Meerut Murder Case: मुस्कान ने ऐसे खरीदा 'मौत का इंजेक्शन', पुलिस की छापेमारी में हुआ बड़ा खुलासा!
Meerut Murder Case: सौरभ राजपूत हत्याकांड में मुस्कान रस्तोगी ने मेडिकल स्टोर से बेहोशी का इंजेक्शन कैसे खरीदा? पुलिस और ड्रग्स डिपार्टमेंट की छापेमारी में चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है. आखिर क्या है पूरा मामला? जानिए इस खौफनाक हत्याकांड की पूरी कहानी!

Meerut Murder Case: मेरठ के चर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. हत्या की मुख्य आरोपी मुस्कान रस्तोगी ने किस चालाकी से ‘मौत का इंजेक्शन’ खरीदा और कैसे उसने मेडिकल स्टोर को चकमा दिया, यह अब सामने आ रहा है. पुलिस और ड्रग्स डिपार्टमेंट की टीम ने उस मेडिकल स्टोर पर छापा मारा जहां से मुस्कान ने एंटी डिप्रेशन इंजेक्शन खरीदा था.
कैसे मुस्कान ने दवाइयों के बीच छुपाकर खरीदा खतरनाक इंजेक्शन?
1 मार्च को मेरठ के खैर नगर स्थित उषा मेडिकल स्टोर पर मुस्कान रस्तोगी पहुंची और स्टोर संचालक से अपने बुजुर्ग पिता के लिए दवाइयां मांगी. उसने डॉक्टर के पर्चे पर लिखी गई दवाइयां लीं, जिनमें Tagara Tablet, Mezolam Injection और Digene शामिल थे. Mezolam Injection एक बेहोशी की दवा है, जिसका इस्तेमाल एंटी-डिप्रेशन ट्रीटमेंट में किया जाता है.
मुस्कान ने बड़ी चालाकी से सामान्य दवाइयों के बीच यह खतरनाक इंजेक्शन खरीद लिया और इसका इस्तेमाल सौरभ को बेहोश करने में किया. पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि अगर मेडिकल स्टोर ने बिना पर्चे के यह दवा बेची है, तो उसका लाइसेंस रद्द हो सकता है.
फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा केस, जल्द सजा दिलाने की तैयारी
मेरठ पुलिस ने कहा है कि वे इस केस को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं ताकि जल्द से जल्द आरोपियों को सजा मिल सके. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने बताया कि पुलिस जल्द ही चार्जशीट दाखिल करेगी और मुस्कान व साहिल को दोबारा हिरासत में लेने की कोशिश करेगी.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खौफनाक खुलासा
सौरभ राजपूत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बेहद डराने वाली है. रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि:
- सौरभ के दिल में तीन बार जोर से चाकू घोंपा गया.
- उसकी गर्दन धड़ से अलग थी दोनों हाथ कलाई से कटे हुए थे.
- शव को ड्रम में डालने के लिए चार टुकड़ों में काटा गया.
- मौत का कारण जबरदस्त सदमा और भारी रक्तस्राव बताया गया.
हत्या के बाद कसोल में मौज, होटल में पति-पत्नी बनकर रुके थे मुस्कान और साहिल
हत्या के बाद 10 मार्च को मुस्कान और साहिल हिमाचल के कसोल भाग गए. वहां एक होटल में पति-पत्नी बनकर ठहरे और 16 मार्च तक वहीं रहे. पुलिस की एक टीम अब मनाली और कसोल में उनकी गतिविधियों की जांच कर रही है.
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई, सबूत जुटाने में लगी टीम
मेरठ जोन के पुलिस उप महानिरीक्षक कलानिधि नैथानी ने इस मामले की गहराई से जांच के निर्देश दिए हैं. हत्या में इस्तेमाल चाकू, ड्रम और सीमेंट बेचने वाले विक्रेताओं के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. पुलिस टीम हत्या के बाद मुस्कान और साहिल की हर एक गतिविधि की पड़ताल कर रही है.
अब पुलिस की प्राथमिकता है:
- केस को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाकर जल्द से जल्द सजा दिलाना.
- हत्या में शामिल सभी सबूतों को मजबूत तरीके से पेश करना.
- मुस्कान और साहिल को दोबारा हिरासत में लेना और गहन पूछताछ करना.
मेरठ का यह हत्याकांड पूरे देश में चर्चा का विषय बन चुका है. अब देखना होगा कि पुलिस कितनी तेजी से इस मामले में इंसाफ दिला पाती है.