Crime News: सोशल मीडिया के समय में कोई न कोई हर दिन क्राइम का वीडियो वायरल होता रहता है. चाहें तो वीडियो बनाया गया हो या फिर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया हो. इस बीच आंध्र प्रदेश के कुरनूल से एक रेप और मोलेस्टेशन का डरावना मामला सामने आया है. जिसमें विधायक ने नाबालिग मेड को अपनी हवस का शिकार बनाया है. पूर्व विधायक की इस दरिंदगी से किशोरी ने परेशान होकर लड़की ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पुलिस में इस वारदात का खुलासा कर दिया है. बता दें कि YSRCP कांग्रेस पार्टी के पूर्व कोडुमुरु विधायक जरदोद्दी सुधाकर रेड्डी पर यौन पर रेप का संगीन आरोप लगा है.
क्राइम तक की रिपोर्ट के मुताबिक, MLA ने 4 जुलाई यानी गुरुवार को कुरनूल पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज के मामले में गिरफ्तार किया गया. आरोपी पूर्व विधायक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. हाल ही में करीब दो महीने पहले एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न करने हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो हुआ था. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पूर्व विधायक नाबालिग लड़की के साथ जोर जबरजस्ती कर रहा था इसके बाद लड़की के एक रिश्तेदार ने पुलिस पर शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस ने नेता को गिरफ्तार कर लिया है.
इस हादसे को लेकर लोगों के बीच काफी गुस्सा दिखाई दे रहा है. इस पर लोगों का कहना है कि पुलिस ने कार्रवाई करने में देरी की. इसके साथ ही आरोप है कि पूर्व विधायक जरदोद्दी सुधाकर बीते तीन साल से नाबालिग लड़की के साथ गलत काम कर रहा था. साथ ही बताया जा रहा है कि नाबालिग लड़की घर की नौकरानी थी. विधायक जब भी लड़की को अकेले पाते थे उसके साथ गलत काम करते थे. पुलिस ने इस वारदात के खुलासे के बाद लड़की का बयान दर्ज कर लिया है और मेडिकल जांच की गई है.
सोशल मीडिया के (X) पर एक यूजर ने पोस्ट करते हुए लिखा कि, वह हमारे चारों ओर जानवर हैं! यह आदमी, पूर्व #YSRCP विधायक जरादोड्डी सुधाकर, कोडुमुरु निर्वाचन क्षेत्र, कुरनूल जिला #आंध्रप्रदेश से पिछले तीन वर्षों से एक नाबालिग लड़की का यौन शोषण कर रहा था! यह नाबालिग लड़की उसकी घरेलू सहायिका थी! सबसे चौंकाने वाली बात - दुर्व्यवहार करने वाले के पास कितनी ताकत है, यह जानने के बावजूद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और हमेशा की तरह, पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की.
आगे लिखा कि लड़की इतनी बहादुर थी कि उसने सबूत भी पेश किये लेकिन इतना सब कुछ होने के बावजूद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की! अब जब सरकार बदल गई, तो अपराधी पर मामला दर्ज किया गया.उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. सुधाकर यहाँ एकमात्र जानवर नहीं है! पूरे थाने के वे पुलिसकर्मी भी कम नहीं हैं जिन्होंने कुछ नहीं किया! उन्होंने इसे सक्षम किया! उन्होंने कोई कार्रवाई न करके पीड़ितों को असुरक्षित, अनसुना कर दिया. क्या यह उतना ही बड़ा अपराध नहीं है? क्या उन पर भी मुकदमा नहीं चलाया जाना चाहिए? साथ ही, कृपया सिस्टम की सुरक्षा करें. सरकार, राजनेता, ताकतवर लोग आएंगे और जाएंगे! और सभी राजनीतिक दलों को ऐसे यौन शिकारियों के खिलाफ रुख अपनाना चाहिए... उन पर जीवन भर के लिए प्रतिबंध लगा देना चाहिए! First Updated : Friday, 05 July 2024