5 बच्चों की मां ने प्रेमी संग लगाई फांसी, मौत से पहले छोड़ा दर्दभरा सुसाइड नोट, पुलिस कर रही जांच
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के विघेपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां पांच बच्चों की मां सपना और उसके प्रेमी मनीष ने आम के बाग में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. दोनों के बीच पिछले चार साल से प्रेम संबंध था, लेकिन महिला का पति इस रिश्ते के खिलाफ था और दोनों को मिलने नहीं देता था. युवक की जेब से मिला सुसाइड नोट भी इसी बात की पुष्टि करता है.

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक विवाहिता महिला और उसके प्रेमी ने साथ जीने की आस में साथ मरने का फैसला कर लिया. आम के बाग में पेड़ से लटकते दोनों के शव मिले, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. महिला पांच बच्चों की मां थी और पिछले चार साल से अपने पड़ोसी गांव के युवक से प्रेम करती थी.
बताया जा रहा है कि महिला का पति इस रिश्ते के सख्त खिलाफ था और दोनों को मिलने नहीं देता था. इस प्रताड़ना और बंधन से परेशान होकर दोनों ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लिया. युवक की जेब से मिला सुसाइड नोट पूरे मामले की पुष्टि करता है.
आम के बाग में मिली दोनों की लाश
मंगलवार सुबह विघेपुर गांव में आम के बाग में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब लोगों ने एक महिला और युवक के शव पेड़ से लटके देखे. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच शुरू की. शवों की पहचान 26 वर्षीय सपना और 25 वर्षीय मनीष के रूप में हुई. सपना की शादी 14 साल की उम्र में बच्चू नामक व्यक्ति से हुई थी और उसके पांच बच्चे हैं.
चार साल से चल रहा था प्रेम संबंध
पुलिस जांच में सामने आया है कि सपना और मनीष के बीच पिछले चार साल से प्रेम संबंध था. मनीष मजदूरी करता था और सपना का पति बच्चू भी मज़दूर है. जब पति को इस प्रेम संबंध का पता चला तो उसने दोनों को मिलने से रोक दिया. इसी से परेशान होकर दोनों ने आत्मघाती कदम उठाया.
“हमें कोई मिलने नहीं देता…”
पुलिस को मनीष की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है, “हमें कोई मिलने नहीं देता, इसलिए अब हम साथ में मर रहे हैं.” इस नोट ने इस दर्दनाक घटना के पीछे की पूरी कहानी बयान कर दी है. सीओ सिकंदराबाद पूर्णिमा सिंह ने जानकारी दी कि फिलहाल किसी भी पक्ष ने थाने में तहरीर नहीं दी है, लेकिन तहरीर मिलने पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बच्चों पर टूटा दुखों का पहाड़
सपना की मौत से सबसे ज्यादा असर उसके बच्चों पर पड़ा है. पांच मासूमों की मां ने एक प्रेम कहानी के लिए अपने बच्चों को हमेशा के लिए छोड़ दिया. उसकी बड़ी बेटी की उम्र मात्र 10 साल है. गांव वालों का कहना है कि सपना ने अपने बच्चों की परवाह किए बिना इतना बड़ा कदम उठा लिया.
ग्रामीणों में हैरानी और सवाल
इस घटना के बाद गांव में लोग चर्चा कर रहे हैं कि क्या एक मां को ऐसा फैसला लेना चाहिए था? कुछ ग्रामीणों का मानना है कि प्रेम के चक्कर में सपना ने बच्चों का भविष्य अंधेरे में डाल दिया, जबकि कुछ लोगों ने इस रिश्ते को लेकर महिला के पति की सख्ती को जिम्मेदार ठहराया.
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है. घटनास्थल से सभी सबूत इकट्ठा कर लिए गए हैं और मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है.