केरला स्टोरी को लेकर थम नहीं रहा बवाल
केरला स्टोरी को लेकर इन दिनों पुरे देश में बवाल मचा है। चाहे वह केरल हो, बंगाल हो, या तमिलनाडु सभी स्टेट में इस फिल्म को लेकर कोई न कोई विवाद चल रहा है।
हाइलाइट
- केरला स्टोरी को लेकर थम नहीं रहा बवाल
आशुतोष मिश्र
केरला स्टोरी को लेकर इन दिनों पुरे देश में बवाल मचा है। चाहे वह केरल हो, बंगाल हो, या तमिलनाडु सभी स्टेट में इस फिल्म को लेकर कोई न कोई विवाद चल रहा है। यह बात अलग है कि हर स्टेट में विवाद की कहानी अलग अलग है। फिलहाल यह फिल्म कुछ दिनों में ही लगातार सुर्खियों में बनी हुई है।
केरला स्टोरी फिल्म 6 मई को सिनेमाघरो में रिलीज़ हुई। फिल्म के रिलीज़ से पहले ही फिल्म को लेकर विवाद शुरू हो गया था। विवाद को लेकर सबसे पहले इसके कथानक पर चलते है। फिल्म केरला के हिन्दू लड़कियो की कहानी है। इसमें दिखाया गया है कि केरल ऐसा हिन्दू लड़कियो को प्यार के जाल में फंसाकर उन्हें खाड़ी के देशो में भेज देते है। वह पर यह लड़कियां आईएसआईएस में शामिल हो जाती है। फिल्म में दावा किया गया कि अभी तक केरल से 32 हज़ार लड़कियो को आईएसआईएस में शामिल किया जा चुका है। फिल्म के कथानक को लेकर रिलीज़ से पहले ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली गई। यहाँ पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि फिल्म का चलना बाजार तय करता है। इस पर रोक नहीं लगाई जा सकती है। इसलिए याचिका को हाईकोर्ट लेकर जाना चाहिए। केरला हाईकोर्ट ने कहा कि 32 हज़ार वाली बात तथ्यों पर आधारित नहीं है। इसे फिल्म से हटा देना चाहिए।
फिल्म निर्माताओं ने ऐसा ही किया। फिल्म से 32 हज़ार वाले तथ्य को हटा दिया गया। फिल्म रिलीज़ हुई। चर्चा के कारण फिल्म दर्शको को अपनी ओर खींचने में कामयाब रही। अब फिल्म के दूसरे चरण का विवाद शुरू हो गया। फिल्म के रिलीज़ होते ही मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री हो गई। इसके बाद फिल्म को लेकर राजनैतिक विवाद शुरू हो गया। कांग्रेस, द्रमुक, टीएमसी ने फिल्म को लेकर राजनीती शुरू कर दी। सबसे पहले टीएमसी ने अपने राज्य पश्चिम बंगाल में फिल्म को बैन कर दिया। इसे लेकर बीजेपी मुखर हो गई। बीजेपी ने टीएमसी पर मुस्लिम तुस्टीकरण का आरोप लगाया। उधर ममता बनर्जी का कहना था कि फिल्म समाज को बांटने का काम करती है। इसलिए फिल्म को बंगाल में नहीं लगने दिया जायेगा।
यह मामला थमा नहीं था कि तमिलनाडु से फिल्म के प्रदर्शन को लेकर खबर आ गई। यहाँ पर सिनेमाघर एसोसिएशन ने फिल्म को न चलाने का निर्णय लिया। इसे लेकर बवाल हो गया. बीजेपी का कहना है कि फिल्म सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार रिलीज़ किया गया है। ऐसे में तमिलनाडु में फिल्म को न चलने देना अभ्यक्ति की आज़ादी पर रोक है। सभी दल मुस्लिम तुस्टीकरण को लेकर फिल्म को चलने से रोक रहे है। वही मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने फिल्म को प्रदेश में टैक्स फ्री कर दिया। इसे लेकर बीजेपी में काफी उत्साह है। बीजेपी का कहना है कि यह फिल्म समाज का आईना है। फिल्म में केरला की सचाई दिखाई गई है। वह पर काफी संख्या में लड़कियों का धर्मांतरण किया जा रहा है। यह काफी चिंताजनक बात है।
इधर फिल्म सिनेमाघरो में अच्छे ढंग से चल रही है। दर्शको द्वारा फिल्म को काफी पसंद किया जा रहा है। लेकिन फिल्म का विवाद अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ लोगो ने फिल्म को कई स्टेट में रोकने के विरोध में याचिका डाली गई है। खैर विवाद जो भी हो। इस फिल्म में दिखाई जाने वाली सभी मुद्दों पर सबका नजरिया अलग अलग देखने को मिल रहा है। अधिकांश लोग इस फिल्म को इसलिए देखने जा रहे है कि आखिर फिल्म में दिखाया क्या गया है। इसी बहाने फिल्म के निर्माता निर्देशकों को खूब मुनाफा हो रहा है। फिल्म ने पिछले चार दिनों में 35 करोड़ की कमाई कर ली है। जबकि इस फिल्म का बजट केवल 40 करोड़ का बजट है।