Court Marriage Process In Hindi: कोर्ट मैरिज का नाम सुनते ही हर किसी की अलग - अलग प्रतिक्रिया देखने को मिलती है, जैसे अधिकतर घर वाले कोर्ट मैरिज के सख्त खिलाफ होते हैं. लेकिन वहीं कुछ परिवार वाले शादी के लिए कोर्ट मैरिज का ही सहारा लेते हैं. आपने देखा होगा आज के समय में अधिकतर कपल अपनी शादी को कानूनी मान्यता देने के लिए कोर्ट मैरिज का ही सहारा लेते हैं.
आपने अधिकतर बैंड - बाजे वाली ही शादी देखी होगी, जिसमें लाखों रुपये का खर्चा होता है, लेकिन कोर्ट मैरिज में यह केवल कुछ ही रुपये में की जा सकती है, इसमें न तो बैंड - बाजे की जरुरत होती है और न ही अधिक खर्चा करने की. कोर्ट मैरिज अधिकतर उन लोगों की जरुरत बन जाती है जहां लड़का - लड़की तो राज़ी होते हैं लेकिन उनके परिवार वाले उनकी शादी के खिलाफ होते हैं, जिसका कारण जाति व धर्म का भिन्न होना होता है.
ऐसे में वह कपल कोर्ट मैरिज करता है जिससे उन्हें अपनी शादी का प्रमाण पत्र यानी मैरिज सर्टिफिकेट मिलता है तो कानूनी तौर पर मान्य होता है. इसके बाद कपल को कोई भी किसी भी परिवार का सदस्य उनको हानि नहीं पहुंचा सकता. लेकिन आज के समय में कोर्ट मैरिज का चलन काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है, जिसके चलते भारत में एक दिन में लगभग 50% लोग ऐसे हैं जो कोर्ट मैरिज का सहारा लेते हैं. चाहे वह परिवार की सहमति से हो या फिर खुद सी इच्छा से.
लेकिन कोर्ट मैरिज के दौरान लोग सबसे बड़ी गलती जो करते हैं वह है कम जानकारी के साथ यह कदम उठाना, साथ ही जो लोग कोर्ट मैरिज करते हैं उनमें से अधिकतर लोगों के मन में एक ही सवाल रहता है कि क्या वह कोर्ट मैरिज के बाद सुरक्षित हैं या नहीं? आज हम आपको ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब लेकर आए हैं, तो इस जानकारी को ज़रा ध्यान से पढ़ें.
जो लोग कोर्ट मैरिज करने की सोचते हैं तो सबसे पहले उनके दिमाग में जो ख्याल आता है वह है कि वह क्या पहनकर जाएं तो.. बता दें कि आपकी जैसी इच्छा हो वैसे तैयार होकर आ सकते हैं, लड़की साड़ी, सूट, जीन्स, लहंगा आदि जो भी पहनना चाहें पहनकर आ सकती हैं. तो वहीं लड़के भी कुर्ता, जीन्स , पैंट, शर्ट आदि पहनकर आ सकते हैं.
विटनेस की बात करें तो आप कोई भी दो लोगों को विटनेस के तौर पर ला सकते हैं, मुस्लिम मैरिज अगर करना हो तो 3 विटनेस लाने होंगे. विटनेस के पास प्रोपर दस्तावेज होने चाहिए जैसे - आधार - कार्ड और कोई भी ID Proof होना चाहिए.
इसके साथ ही आपके वकील द्वारा दस्तावेजों को लेकर ज़रूरी काम किये जाते हैं, जिसमें सबसे ज़रूरी होता है लड़का और लड़की के स्टेटमेंट वाली प्रक्रिया होती है, जिसमें लड़के और लड़की दोनों से ही एफिडेविट पर साइन करवाया जाता है जिसमें यह लिखा होता है कि यह शादी दोनों अपनी मर्जी से कर रहे हैं और कोई भी इस बात से मुकर नहीं सकता.
इसके बाद शादी के प्रोसेस को आगे बढ़ाया जाता है, अगर आप हिंदू हैं तो आर्य समाज में शादी होती है और मुस्लिम हैं तो निकाह कराया जाता है. बता दें कि आर्य समाज कोई मंदिर नहीं होता वह एक हॉल की तरह जगह होती है, जहां पंडित जी द्वारा शादी कराई जाती है. शादी हो जाने के बाद मैरिज सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया जाता है.
इस सब के बाद वकील के साथ कोर्ट में जाना होता है जहां आपका बायोमेट्रिक लिया जाएगा या फेस का फोटो लिया जाएगा, दोनों प्रोसेस के बाद से आपको मैरिज सर्टिफिकेट दे दिया जाता है. First Updated : Wednesday, 20 September 2023