सुल्तानपुर में घोड़े पर सवार होकर वोट देने पहुंचा प्रत्याशी, देखें वायरल वीडियो
सुलतानपुर के एक प्रत्याशी ने घोड़े पर सवार होकर नांमकन करने पहुंचा. जिसे देख लोग काफी हैरान हो गए. निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाला ये प्रत्याशी अपनी जीत के बाद बड़े-बड़े दावे कर रहा है.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के रंग अलग- अलग देखने को मिल रहे हैं. कोई गाड़ियों का काफिला लेकर नांमकन देने जाता है तो कोई भारी भीड़ में नांमकन भरने जाता है. वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक प्रत्याशी घोड़े पर सवार होकर नामांकन करने पहुंचता है. जिसको देख कर लोग दंग रह जाते हैं.
निदलीय प्रत्याशी अपनी जीत के बड़े- बड़े दावे भी कर रहा है. इसके साथ ही उसने कहा कि आज के समय में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है और लोग रोजगार के चक्कर में बाहर जा रहे हैं. यदि मैं सांसद चुना गया तो मेरी प्राथमिकता बेरोजगारों को रोजगार दिलाने की होगी.
घोड़े पर सवार प्रत्याशी
नामांकन भरने गए इस प्रत्याशी का नाम बबलू चौधरी है. सिरवाडा रोड मालिन बस्ती के रहने वाले बबलू चौधरी सुल्तानपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. आज ये प्रत्याशी घोड़े पर सवार होकर नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंचा . बबलू को घोड़े पर सवार देख कर वहां खड़े लोग हैरान हो जाते हैं. लोग पूरी रास्ते बबलू चौधरी जिंदाबाद के नारे लगाते रहे. बबलू घोड़े पर उतर कर अंदर दाखिल हुए. जिसके बाद उसने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन किया.
*सुल्तानपुर ब्रेकिंग*
— the Hindu Sena (@theHindu_Sena) May 6, 2024
घोड़े पर सवार होकर नामांकन करने पहुंचे बबलू चौधरी वाल्मीकि। मुख्य गेट पर दूल्हे की भांति सजा-धजा घोड़ा लेकर पहुंचे लोकसभा के निर्दल प्रत्याशी को देखकर कलेक्ट्रेट में चर्चा का माहौल हुआ गर्म। सुल्तानपुर के लोगों को रोजगार देने के लिए बना हूं लोकसभा चुनाव का… pic.twitter.com/5f9osCulvX
'मै समाज के लिए काम करूंगा'
घोड़े पर सवार होकर नामांकन करने के पीछे बबलू ने अपनी मंशा बताई. बबलू ने कहा कि मेरे समाज का हमेशा शोषण हुआ है. मैं आज खुद घोड़े पर सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचा हूं. मै समाज के लिए काम करूंगा. इसके साथ ही जनता के बीच रहूंगा. बीजेपी से मेनका गांधी, सपा से राम भुआल निषाद और बसपा से उदराज वर्मा के चुनाव लडने पर कहा कि ये लोग तब नहीं आते जब सुल्तानपुर की जनता को इनकी जरूरत होती है. व्यापारियों पर लाठी चली तो बड़े नेता गायब रहे, कमजोरों पर जुल्म हुआ तो भी ये गायब थे. इसलिए मुझे चुना जाए.