ओडिशा में BJD की हार के बाद वीके पांडियन ने लिया राजनीति से संन्यास, वीडियो के जरिए मांगी माफी

वीके पांडियन के राजनीति फैसले के बाद ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि पांडियन पार्टी में शामिल हुए और उन्होंने कोई पद नहीं संभाला. उन्होंने किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ा." पढ़ें पूरी खबर.

JBT Desk
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ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक के नजदीकी बताए जाने वाले वीके पांडियन ने आज यानी रविवार को ये घोषणा की है कि राज्य विधानसभा चुनावों में बीजू जनता दल (BJD) की अपमानजनक हार के बाद वह सक्रिय राजनीति से संन्यास ले रहे हैं. वीके का यह अहम फैसला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा चुनावों में भारी जीत दर्ज करने के साथ दो दशकों से ज्यादा का समय ओडिशा पर शासन करने वाली बीजद को 147 सदस्यीय विधानसभा में केवल 51 सीटों तक सीमित कर देने के कुछ दिनों बाद देखने को मिला है. 

 

बता दें कि जब पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया था कि बीजेपी का सीएम प्रत्याशी कोई ऐसा व्यक्ति हो जो ओडिशा में पैदा हुआ हो. साथ ही ओड़िया बोलना जानता हो, बीजेपी ने ये भी आरोप लगाया था कि अगर बीजद फिर से जीत जाती है तो पांडियन ओडिशा के सीएम होंगे. जिसकी वजह नवीन पटनायक का स्वास्थ्य है. एक वीडियो के माध्यम से पांडियन ने बीजेडी कार्यकर्ताओं और नेताओं से माफ़ी मांगी और कहा "राजनीति में शामिल होने का मेरा इरादा सिर्फ़ और सिर्फ़ नवीन बाबू की सहायता करना था, और अब मैंने जानबूझकर खुद को सक्रिय राजनीति से अलग करने का फैसला किया है. 

उन्होंने आगे कहा कि अगर मैंने इस सफर में किसी को ठेस पहुँचाई है तो मुझे खेद है. अगर मेरे खिलाफ इस अभियान की वजह से बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है तो मुझे इस बात का खेद है." उन्होंने आगे कहा "मैं बीजू परिवार के लाखों सदस्यों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, जिनसे मैं जुड़ा हुआ हूं. मैं हमेशा ओडिशा को अपने दिल में और अपने गुरु नवीन बाबू को अपनी सांसों में रखूंगा. मैं भगवान जगन्नाथ से उनकी समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूं."

नवीन पटनायक ने रखी अपनी बात 

मिली जानकारी के मुताबिक बीते दिन यानी 8 जून को बीजू जनता दल ( BJD) के सुप्रीमो और ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक ने राज्य विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की चौंकाने वाली हार के बाद पांडियन का बचाव किया साथ ही अपने सहयोगी की आलोचना को "दुर्भाग्यपूर्ण" कहा. पटनायक ने कहा पांडियन ने बिना किसी पद पर रहते हुए भी शानदार काम किया है. चक्रवातों और कोविड-19 महामारी जैसे संकटों के समय पांडियन द्वारा निभाई गई भूमिका अहम थी. अपने उत्तराधिकारी के बारे में बातचीत को और स्पष्ट करते हुए बीजेडी प्रमुख ने बताया "जब भी मेरे उत्तराधिकारी के बारे में पूछा जाता है तो मैं हमेशा स्पष्ट रूप से कहता हूं कि यह पांडियन नहीं हैं. 

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09 June 2024, 04:44 PM IST

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