Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस का एक और विकेट गिरा, इंदौर के उम्मीदवार ने थामा कमल
Lok Sabah Election 2024: भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की घोषणा के अनुसार, इंदौर से कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया और भाजपा में शामिल हो गए.
Lok Sabah Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के इंदौर उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने सोमवार को अपना नामांकन वापस ले लिया. इस घटनाक्रम की पुष्टि तब हुई जब मध्य प्रदेश के मंत्री और भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने बंब की तस्वीर पोस्ट की और लिखा 'पार्टी में आपका स्वागत है'
भाजपा में हुए शामिल
बम के हटने के तुरंत बाद, भाजपा नेता और इंदौर के विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विटर पर उनके साथ कार में एक तस्वीर भी शेयर की, जिसमें वो अक्षय कांति का स्वागत कर रहे हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा, "हम पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार अक्षय कांति बम जी का भाजपा में स्वागत है."
इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्री अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी, मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी व प्रदेश अध्यक्ष श्री @vdsharmabjp जी के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है। pic.twitter.com/1isbdLXphb
— Kailash Vijayvargiya (Modi Ka Parivar) (@KailashOnline) April 29, 2024
आज नामांकन वापस लेने का था आखिरी दिन
इंदौर लोकसभा सीट से 29 अप्रेल नाम वापस लेने की आखिरी तारीख थी. आपको बता दें कि 25 अप्रैल को नामांकन करने की आखिरी तारीख थी. इस सारे मामले की भनक कांग्रेस को लग पाती उससे पहले ही भाजपा ने अपना खेल कर दिया. इंदौर में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वोटिंग 13 मई को होगा.
मध्य प्रदेश के इंदौर में कांग्रेस के लोकसभा चुनाव उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने 24 अप्रेल को ही अपना नामांकन दाखिल किया था. इस दौरान उन्होंने हलफनामें में बताया था कि उनके पास 57 करोड़ की प्रापर्टी हैं, लेकिन उन्होने बताया कि उनके पास अपनी एक कार भी नहीं है, ये बात अलग है कि वो हाथ में 14 लाख की घड़ी पहनते हैं.
इंदौर में कांग्रेस का हाल सूरत जैसा होगा?
पिछले दिनों गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से बीजेपी के मुकेश दलाल को निर्विरोध जिता दिया गया था. यहां पर कांग्रेस के उम्मीदवार निलेश कुम्भानी का नामांकन एक दिन पहले ही रिटर्निंग ऑफिसर ने रद्द कर दिया था. इसका हवाला दिया गया कि हस्ताक्षर में गड़बड़ियां थी, जिसकी वजह से नामांकन रद्द करना पड़ा. इसके बाद हुआ यूं कि एक का नामांकन रद्द होने के बाद बाकी कांग्रेस के उम्मीदवारों ने भी उम्मीदवारी वापिस ले ली थी. इसके बाद BJP उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए थे. अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या इंदौरा में भी ऐसा ही होने वाला है?