Loksabha Election:लोकसभा चुनाव को लेकर जहां एक तरफ सभी राजनीतिक दलों के बीच जोर-शोर से तैयारियां चल रहीं है. ऐसे में चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश के अमेठी में बड़ा झटका लगा है. बता दें, कि सपा के विधायक राकेश प्रताप सिंह के भाई उमेश सिंह समेत 11 नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है. इस दौरान अमेठी में चुनाव से पहले हुई इस सियासी उथल-पुथल से विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया को नुकसान उठाना पड़ सकता है.
सपा छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में उमेश सिंह की पत्नी रूमा सिंह ( ब्लॉक प्रमुख गौरीगंज), मुकेश सिंह उर्फ सुरेश प्रताप सिंह (पूर्व जिला पंचायत सदस्य), दिनेश कुमार सिह उर्फ पप्पू सिंह (ब्लॉक प्रमुख मसाफिरखाना), धर्मेश धोबी (जिला पंचायत सदस्य), राम सुफल पासी (जिला पंचायत सदस्य) और जगदेव मौर्या की पत्नी शिवकली ( पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अमेठी) का नाम शामिल है.
इसके अलावा अमरनाथ पासी की पत्नी राजपति देवी (नगर पालिका अध्यक्ष गौरीगंज), वंदना श्रीवास्तव पत्नी दिनेश कुमार श्रीवास्तव (पूर्व ब्लाक प्रमुख शाहगढ़), रहमतुलनिशा पत्नी हारून खान (बॉलाक प्रमुख बजार शुकुल), श्याम किशोर तर्फ कल्लू डॉक्टर (पूर्व जिला पंचायत सदस्य बाजार शुकुल) और पूर्व जिला पंचायत सदस्य राम तिलक पाल ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है.
बता दें कि अमेठी में राकेश प्रताप सिंह का खासा प्रभाव है. बीते साल 2023 में सिंह निकाय चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के पति को थाने में पीटने से जुड़े एक मामले में सुर्खियों में आए थे. जिस समय है वारदात हुई थी उस समय, वहां पुलिस प्रशासन भी मौजूद था. मगर, किसी ने विधायक को नहीं रोका. ये मामला गौरीगंज कोतवाली का था.
इसके बाद विधायक ने पुलिस की कार्यशैली पर ही सवाल खड़े किए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि सपा कार्यकर्ता की लागतार पिटाई हो रही थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. पुलिस अपराधियों को सरंक्षण दे रही है. हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं. पुलिस कुछ नहीं कह रही है. First Updated : Tuesday, 23 April 2024