Brij Bhushan Sharan Singh: देश में लोकसभा चुनाव को लेकर चल रही तैयारियों के बीच भारतीय कुश्ती महासंघ और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को दिल्ली की एक कोर्ट से झटका झटका लगा है. बृजभूषण शरण पर लगे कथित यौन उत्पीड़न मामले को लेकर आज ( 26 अप्रैल) दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह की और से दाखिल उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि उनके ऊपर लगे आरोपों की जांच हो.
वहीं भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पार्टी चाहती है कि अगर बृजभूषण शरण सिंह की कानून कार्रवाई आगे बढ़ती है तो वह खुद चुनाव ना लड़े. इसकी बजाय परिवार के अन्य सदस्यों को चुनावी मैदान में उतरने का मौका दें. ऐसे में अब बृज भूषण के खिलाफ आरोप तय करने पर कोर्ट 7 मई को अपना फैसला सुनाएगा.
दिल्ली कोर्ट के फैसले के बाद ऐसा लग रहा है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह का पत्ता साफ हो सकता है. खुद भाजपा सांसद के तेवर भी इसका संकेत दे रहे हैं. उन्होंने पिछले दिनों टिकट के सवाल पर कहा भी था कि जो भगवान राम चाहेंगे, वही होगा. यही नहीं उन्होंने कहा था कि पार्टी ने अब तक दूल्हा तय नहीं किया है, लेकिन जिसे भी उतारा जाएगा, वह बड़ी जीत हासिल करेगा. उनके बयान में 'जिसे भी उतारा जाएगा' से यह अर्थ निकाला गया था कि शायद अब वह अपने अलावा परिवार के ही किसी सदस्य को लड़ाने के लिए तैयार हो गए हैं.
इस दौरान राउज एर्वन्यू कोर्ट की जज प्रियंका राजपूत ने कहा कि अब बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप तय करने का फैसला 7 मई को सुनाया जाएगा. इससे पहले कोर्ट 18 अप्रैल को ही मामले में फैसला सुनाने जा रही थी, लेकिन बृजभूषण शरण सिंह की ओर से अपील की गई थी कि इस केस की और जांच की जाए. उनकी दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था और अब उनकी अर्जी खारिज करने का आदेश दिया है.
इसके बाद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे केस में आगे की कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है. बता दें कि पिछली सुनवाई में बृजभूषण ने खुद पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप को ही खारिज किया था. उन्होंने कहा था कि जिस दिन छेड़खानी का आरोप एक महिला पहलवान ने उन पर लगाया है, उस दिन वह दिल्ली में ही नहीं थे. First Updated : Friday, 26 April 2024