Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण से पहले राजनीतिक पार्टियों के बीच हलचल और तेज हो गई है. ऐसे में एक दल से दूसरे दल में जाने का नेताओं का सिलसिला भी जारी है. वहीं कई पुराने नेताओं के सीट बदलने की भी प्रक्रिया जारी है. इस बीच उत्तर प्रदेश की जौनपुर सीट से बहुजन समाज पार्टी ने बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी का टिकट काट लिया है. ऐसे में बसपा ने इस सीट से अपने मौजूदा सांसद श्याम सिंह यादव को अपना उम्मीदवार नियुक्त किया है. यादव के अनुसार, उन्हें रात करीब एक बजे खुद उनके पास बसपा प्रमुख मायावती का फोन आया और उन्हें टिकट मिलने की जानकारी दी गई. ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि बसपा के इस कदम से भाजपा या सपा किसे फायदा मिलने वाला है.
हालांकि एक तरफ यह भी कहा जा रहा है कि धनंजय सिंह खुद ही चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है. हो सकता है कि यह बात सही हो. लेकिन बीएसपी ने और भी कई जगहों से अपने उम्मीदवारों में बदलाव किया है. इसलिए बीएसपी पर सवाल उठना लाज़मी है.. धनंजय सिंह की पत्नी का टिकट कटने से बीजेपी ही नहीं समाजवादी पार्टी को भी फायदा हो सकता है. इसलिए यह कहना बहुत मुश्किल है कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती किसे टार्गेट कर ही हैं और किसके साथ हैं.
सियासी गलियारों में कुछ महीनों पहले तक बीएसपी को बीजेपी की बी टीम कहकर पुकारा जाता रहा है. लेकिन इस बार के चुनाव में बीएसपी ने बड़ा दांव खेला है. पार्टी ने ऐसे उम्मीदवार खड़े किए कि बीजेपी के उम्मीदवारों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है. पश्चिमी यूपी की कम से कम एक दर्जन सीटों पर बीएसपी के उ्म्मीदवार बीजेपी के कोर वोटर्स हैं. वेस्ट यूपी में सहारनपुर, अमरोहा और कन्नौज को छोड़कर बीएसपी ने कहीं से भी ऐसे उम्मीदवार नहीं खड़े किए हैं जिससे भाजपा को फायदा मिल सके. मेरठ, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, कैराना, मुजफ्फरनगर, बागपत आदि में बीएसपी ने ऐसे उम्मीदवार चुने हैं जिससे केवल बीजेपी को नुकसान हुआ है.
इसी तरह पूर्वी यूपी में भी घोसी , चंदौली, बस्ती और आजमगढ़ में ऐसे उम्मीदवार उतारे हैं जिससे बीजेपी को नानी याद आगई है. हालांकि बाद में आजमगढ़ का उम्मीदवार बदल दिया गया. जिससे बीएसपी पर शक होना लाज़मी है.
आज सुबह जानकारी मिली कि बसपा ने आखिरी समय में पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह का टिकट काट दिया है. अब उनकी जगह मौजूदा बसपा सांसद श्याम सिंह यादव को पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है. वो मंगलवार को यानि नामांकन के आखिरी दिन पर्चा दाखिल करेंगे. जौनपुर में समाजवादी पार्टी से बाबू सिंह कुशवाहा उम्मीदवार हैं जो कभी बीएसपी में बहुत ताकतवर नेता हुआ करते थे थे. अति पिछड़ी जातियों में इनकी अच्छी पैठ है.
दूसरी ओर बीजेपी की और से कृपाशंकर सिंह चुनावी मैदान में हैं. कृपाशंकर सिंह ने मुंबई में जीरो से शुरुआत की और पूर्वाचल के लोगों के नेता बन गए. काफी समय कांग्रेस में रहे. 2021 में बीजेपी में आ गए. ठाकुर बाहुल्य वाली जौनपुर सीट पर उनकी जाति से ठाकुर होने के चलते काफी फायदा मिलने वाला था पर धनंजय सिंह के अपनी पत्नी को उम्मीदवार बनाने से बीजेपी को काफी नुकसान हो रहा था.
First Updated : Monday, 06 May 2024