Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा की विपक्ष के नेता और कांग्रेस विजय वडेट्टीवार का एक ने हाल ही में एक बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि IPS अफसर हेमंत करकरे को किसी आतंकवादी ने नहीं बल्कि RSS के हिमायती पुलिस अफसर ने मारा था. उन्होंने आगे कहा कि इस कदम को छुपाकर उज्जवल निकम को टिकट दिया गया है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी से सवाल पूछा जाना चाहिए कि क्या वो देशद्रोहियों का समर्थन करने वालों की पार्टी है?
बता दें कि मुंबई हमलों के आतंकवादी कसाब को फांसी तक पहुंचाने वाले वकील उज्जवल निकम को भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 में अपना उम्मीदवार बनाया है. भाजपा ने उन्हें पूनम महाजन की जगह पर उत्तर मध्य मुंबई सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. निकम को टिकट मिलने के बाद कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने यह बयान दिया है. हालांकि उनके बयान के बाद लोगों ने कांग्रेस को ही घेरे में लेना शुरू कर दिया है.
उन्होंने निकम को लेकर कहा,"कैसा वकील है, गद्दार है जिसने अदालत में गवाही ही नहीं दी.जिस गोली से मुंबई पुलिस के अफसर हेमंत करकरे की मौत हुई वह कसाब की बन्दूक से नहीं, बल्कि आरएसएस के वफादार पुलिस अफसरों की बंदूक से चली थी."
कांग्रेस नेता के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी भी हमलावर हो गई. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने कहा कि उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को अजमल कसाब की चिंता सता रही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमने एक देशभक्त को अपना उम्मीदवार बनाया है. लेकिन कांग्रेस लोग उसकी हिमायत कर रहे हैं जिसने मुंबई हमलों को अंजाम दिया. विपक्षी गठबंधन (महाविकास अघाड़ी) अजमल कसाब के साथ खड़ा हुआ दिखाई दे रहा है. कांग्रेस को फैसला लेना चाहिए कि आखिर वो किसके साथ खड़े हैं.
खबर अपडेट की जा रही है First Updated : Sunday, 05 May 2024