सहारनपुर में कैसे बिगड़ा BJP का चुनावी गणित समझिए पूरा खेल

Aaj Ka Sixer: चुनाव आयोग के बुधवार सुबह सामने आए आंकड़ों के अनुसार, लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की अंतिम सीटें 240 पर आ गईं. वहीं कांग्रेस को 99 सीटें आई है.आज हम आपको बीजेपी का चुनावी गणित के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बिगड़ने के कारण इंडिया गठबंधन ने उनका विजय रथ रोका. तो चलिए जानते हैं.

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Aaj Ka Sixer: लोकसभा चुनाव के रिजल्ट पर नजर डालें तो एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा तो पार कर लिया है लेकिन सरकार बनाना मुश्किल दिखाई दे रहा है. कहा जा रहा है कि, अगर बिहार के सीएम नीतीश कुमार फिर से पलट गए तो बीजेपी का सत्ता में आना मुश्किल हो जाएगा. पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश ये तीन ऐसे राज्य हैं जहां से इंडिया गठबंधन ने बीजेपी से ज्यादा बहुमत हासिल की है.

हालांकि, यूपी की कई सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है जिसमें सहारनपुर सीट भी शामिल है. असल में इस बार सहारनपुर में इमरान की जीत में सबसे बड़ा रोल राजपूत समाज की बीजेपी से नाराजगी माना जा रहा है. ये नाराजगी कोई नई बात नहीं बल्कि करीब दो साल से चल रही है जिसकी वजह से बीजेपी को सहारनपुर लोकसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा है तो चलिए जानते हैं.

सहारनपुर में कैसे बिगड़ा BJP का चुनावी गणित? 

1. सहारनपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार सबसे बड़ा कारण राजपूत समाज की नाराजगी है. इमरान मसूद ने चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर अलग रणनीति अपनाई. इमरान क्षेत्र के हर उस समुदाय और वर्ग तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश करते रहे जो बीजेपी से नाराज थे.

2. सहारनपुर लोकसभा सीट से बीजेपी की विजय रथ पर इस वजह से भी ब्रेक लग गया क्योंकि, जनता के बीच यहां मुद्दों को लेकर काफी नाराजगी थी. इस क्षेत्र में राजपूत समाज इस वजह से नाराज थें क्योंकि उन्हें 10 परसेंट आरक्षण देने के बाद भी उसमें इतनी बाउंडेशन लगा दी की उसका फायदा एक भी व्यक्ति को नहीं मिल पाई. यहीं कारण है यहां जनता में बीजेपी के खिलाफ बढ़ा आक्रोश है.

3. बीजेपी की हार का एक कारण यह भी है कि, समाज के लोगों को टिकट न मिलना. ठाकुर पूरन सिंह ने कहा था मेरा मुद्दा टिकट न मिलना यह नहीं है लेकिन समाज में इस बात को लेकर उबाल है. समाज ये महसूस करता है कि यूपी की 7 पर्सेंट की आबादी को उसके हिसाब से भी टिकट नहीं मिल पाए तो यह दुर्भाग्य की बात है.

4. सहारनपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार कारण वोट से चोट और बदला भी था. यहां से बीजेपी ने पुरुषोत्तम रूपाला को चुनावी मैदान में उतारा था जिससे राजपुत समाज खुश नहीं है. दरअसल, रूपाला ने कई ऐसे बयान दिए हैं जिससे राजपूत समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची हैं. यही वजह है कि, जनता ने बीजेपी के खिलाफ जाकर वोट दिया.

5. इस बार सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र के लोगों ने प्राण जाए पर वचन न जाए के साथ तय किया था भाजपा को वोट नहीं देंगे.  पुरन सिंह ने कहा था हम किसी के साथ नहीं है जो बीजेपी को हराया उसके साथ वचन हैं.

6. इस सीट पर पहले चरण में वोटिंग हुआ था और ठीक उससे पहले किसान नेता और क्षत्रिय समाज के नेता ठाकुर पूरन सिंह ने अपनी बिरादरी से बीजेपी के खिलाफ वोट करने का आह्वान किया था.

First Updated : Wednesday, 05 June 2024
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