Lok Sabha election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों कुछ ज्यादा ही सुर्खियों में हैं. लोकसभा चुनाव को लेकर वो पूरे देश में जगह जगह पर रैलियां कर रहे हैं, साथ ही मीडिया को कई इंटरव्यूज भी दे रहे हैं. इस इलेक्शन के दौरान पीएम मोदी ने कई ऐसे बयान दिए जिसके बाद उनपर विपक्ष ने जमकर हमला किया, लेकिन पीएम के बयानों का सिलसिला अभी भी जारी है. हाल ही में पीएम ने महात्मा गांधी को लेकर ऐसा बयान दिया है जिसपर उनकी आलोचना हो रही है.
पीएम के की बयानों की कई क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसमें यूजर्स पीएम पर कटाक्ष करते हुए कह रहे हैं कि वो पीएम हैं कुछ भी बोल सकते है. आज आपके लिए लेकर आए हैं इस लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के ऐसे बयान जिनपर सियासत तेज हो गई है.
हाल ही में पीएम मोदी ने एक इंटर्व्यू में महात्मा गांधी को लेकर बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि गांधी फिल्म आने से पहले महात्मा गांधी को दुनिया में कोई नहीं जानता था. जैसे ही ये बयान सोशल मीडिया में आया तो लोगों ने पीएम को आड़े हाथों ले लेना शुरू कर दिया. इस दौरान पीएम के शब्द थे कि 'महात्मा गांधी एक बहुत बड़ी आत्मा थे, क्या इस 75 साल में हमारी जिम्मेदारी नहीं थी कि पूरी दुनिया महात्मा गांधी को जानें. कोई नहीं जानता महात्मा गांधी को. लेकिन, पहली बार जब महात्मा गांधी फिल्म बनी, तब लोगों में यह जिज्ञासा जगी कि यह क्या हो रहा है? इसपर राहुल गांधी ने पीएम को जवाब दिया है.
पीएम मोदी ने राजस्थान में ताबड़तोड़ रैलियां की, इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को घेरने के चक्कर में अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस की सरकार बनी तो वो आपके मंगलसूत्र छील लेगी और आपकी संपत्ति को घुसपैठियों को दे देगी. इस दौरान पीएम ने एक खास समुदाय को निशाना बनाते हुए उनको ज्यादा बच्चों वाला और घुसपैठियां तक कह दिया. इस बयान पर हर तरफ पीएम की आलोचना हुई. जिसके बाद पीएम ने इसपर सफाई भी दी थी.
एक इंटर्व्यू में पीएम मोदी ने खुद को ईश्वर का भेजा हुआ दूत ही बता दिया. इस दौरान पीएम के शब्द थे कि "मुझे लगता है कि ईश्वर ने मुझे एक खास मकसद के साथ इस दुनिया में भेजा है. भगवान ने मुझे 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए भेजा है. भगवान मेरा मार्गदर्शन कर रहे हैं, मुझे रास्ता दिखा रहे हैं, मुझे कड़ी मेहनत और साहस दे रहे हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि जब तक मैं 2047 तक वह लक्ष्य हासिल नहीं कर लेता, भगवान मुझे वापस नहीं बुलाएंगे. इसमें पीएम ने खुद के बायोलॉजिकल होने से इंकार किया.
PM ने बिहार में रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि 'बिहार वह धरती है जिसने सामाजिक न्याय की लड़ाई को नई दिशा दी है. मैं इस राज्य की धरती पर घोषणा करना चाहता हूं कि मैं एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकारों को लूटकर मुसलमानों को देने की 'इंडिया' गठबंधन की योजनाओं को विफल कर दूंगा. वे गुलाम रह सकते हैं और अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए 'मुजरा' कर सकते हैं. फिर क्या था पीएम के मुजरे वाले बयान पर सियासी घमासान मच गया.
पीएम के हाल ही के बयानों को देखते हुए विपक्ष का कहना है कि पीएम अपने पद की गरिमा को भूल गए हैं. विपक्ष के साथ साथ सोशल मीडिया पर भी पीएम के इन बयानों की काफी आलोचना हुई, लोगों ने उनको इस तरह के बयानों से बचने की सलाह तक दे डाली. वहीं, कुछ लोगों ने इसे एक मीम से जोड़कर कहा कि वो पीएम हैं कुछ भी कह सकते हैं. First Updated : Thursday, 30 May 2024