'मुसलमानों को मोहरा बना रही...' पीएम ने क्यों कहा 'देश को तोड़ने की है तैयारी'
Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधाते हुए कहा कि वो तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं.
Lok Sabha Election 2024: धौरहरा में बीजेपी प्रत्याशी रेखा वर्मा के समर्थन में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ''वे धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देंगे.'' पीएम ने विपक्ष पर धर्म के आधार पर अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण को लूटने की योजना बनाने का आरोप लगाया. इसके आगे पीएम ने कहा, ''सपा और कांग्रेस के 'शहजादों' के अस्तित्व के लिए तुष्टिकरण की राजनीति जरूरी हो गई है.'
''धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं''
धौरहरा में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि "मैं धर्म के आधार पर आरक्षण की अनुमति नहीं दूंगा. जब तक मोदी जीवित हैं, तब तक एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में कोई चोरी नहीं होगी."
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि कर्नाटक में मुसलमानों को रातोंरात "ओबीसी बना दिया गया" और उन्हें ओबीसी कोटा से आरक्षण दिया गया. उन्होंने ये भी दावा किया, ''कांग्रेस अब पूरे देश में वही करना चाहती है जो उन्होंने कर्नाटक में किया. वे धर्म के आधार पर एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को लूटना चाहते हैं.''
मुसलमानों को बनाया जा रहा मोहरा- PM
कांग्रेस और भारत गुट पर कटाक्ष करते हुए, पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्ष मुसलमानों को "मोहरे" के रूप में इस्तेमाल कर रहा है और समुदाय अब भाजपा द्वारा किए गए विकास के कामों को देखने के बाद खुद को दूर कर रहा है.
उन्होंने कहा, "मुस्लिम समुदाय को भी एहसास है कि कांग्रेस और आईएनडीआई गुट ने उन्हें मोहरा बना लिया है." उन्होंने कहा, "यही वजह है कि मुस्लिम समुदाय भी वोट बैंक की राजनीति के इन ठेकेदारों से खुद को दूर कर रहा है." उन्होंने कहा, "अब, मुस्लिम वोट बैंक को बचाने के लिए ये लोग (विपक्ष) एक नया खेल खेल रहे हैं और खुले तौर पर तुष्टिकरण कर रहे हैं."
देश को तोड़ने की तैयारी
प्रधानमंत्री ने बीआर अंबेडकर और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का हवाला देते हुए कहा कि कोई धर्म-आधारित आरक्षण नहीं होगा. पीएम ने आगे कहा कि, ''लेकिन कांग्रेस और इंडिया गुट ऐसा करने पर अड़े हुए हैं. उन्हें इस बात का अहसास नहीं है कि वे धर्म के आधार पर एक बार फिर देश को तोड़ने की तैयारी कर रहे हैं."