Kanhaiya Kumar on BJP: लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच नेताओं का एक- दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप का दौर तेजी से जारी है. इस बीच कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भाजपा पर सांप्रदायिक एजेंडा फैलाने का आरोप लगा रहे हैं. कन्हैया कुमार को लेकर पहले चर्चा थी की वो बिहार के बेगुसराय से चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन अब उनको लेकर कयास लगया जा रहा है कि कन्हैया कुमार दिल्ली में मनोज तिलारी के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं. इस बीच उन्होंने एक मीडिया में अपना इंटरव्यू देते हुए राम और रामायण का जमकर गुणगान किया है.
पीटीआई के मुताबिक कन्हैया कुमार ने कहा कि परिवाद की तुलना में व्यक्तिवाद ज्यादा खतरनाक है. जिसमें एक व्यक्ति सभी का फैसला लेता है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा हिंदू धर्म की महानता को कम करने की कोशिश कर रही है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से बीजेपी को फायदा पहुंचने के सवाल पर उन्होंने कहा, "कांग्रेस को इससे निपटने की क्या जरूरत है? अगर देश में भगवान राम की लहर है तो कुछ भी गलत नहीं है. गलत तब होता अगर देश में नाथूराम गोडसे की लहर होती."
आगे उन्होंने कहा कि भाजपा इस काम में लगी है कि कैसे राम को मानने वालो लोगों को ठगा और लुटा जाए वे इस कारण वे राम का नाम लेते हैं लेकिन काम नाथूराम गोडसे के करते हैं. यह देश के इतिहास, संस्कति और आने वाली पीढ़ी के खिलाफ है, कन्हैया ने आगे कहा कि राम की अवधारण देश में उनके नाम पर रखे गए लोगों और स्थानों के साथ जुड़ी हुई है. उन्हें मात्र एक स्थान तक सीमित नहीं कर सकते. दूसरे धर्मों में स्थान विशेष का बहुत महत्व होता है लेकिन हिंदू धर्म से सभी स्थान और सभी देवता महत्वपूरण हैं.
रामायण का गुणगान करते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि यह जीवन जीने का सही तरीका सिखाती है. इसमें बताया गया है क्या नैतिक है और क्या अनैतिक है. राम और रामायण केवल एक रुप में नहीं है बल्कि अनेक रुपों में है, अगर आप राणायण की बात करतें है तो तुलसीदास दास जी रामायण और बहुत सारी किंवदंतियां है. आगे उन्होंने कहा कि जब भाजपा नहीं थी तब भी राम का नाम थ जब भाजपा नहीं रहेगी तब भी भाजपा का नाम रहेगा. First Updated : Saturday, 06 April 2024