क्षत्रिय समाज के लगातार विरोध करने के बाद भी केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है. इसके बाद गुजरात के क्षत्रिय समाज बीजेपी उम्मीदवारों का विरोध कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी बीजेपी की सभाओं में पहुंचकर नारेबाजी कर रहे हैं. इस बीच केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने एक बार फिर इस समुदाय से माफी मांगी है. जसदन में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए रुपाला ने कहा कि गलती मैंने की थी सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी है मेरा कोई इरादा नहीं था. लेकिन मेरी वजह से क्षत्रिय समुदाय को मोदी साहब के खिलाफ खड़ा करना मुझे अनुचित लगता है.
रूपाला ने भाजपा द्वारा आयोजित एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, मैं यह मानने को तैयार हूं कि मुझसे गलती हुई. मैंने पहले भी यह स्वीकार किया था लेकिन मेरी वजह से क्षत्रिय समुदाय को मोदी साहब के खिलाफ खड़ा करना मुझे अनुचित लगता है. नरेंद्र मोदी आज विश्व और हमारे देश के नेता हैं. मैं क्षत्रिय समुदाय से अनुरोध करता हूं कि वे मोदी साहब पर अपने गुस्से पर फिर से विचार करें.
इस दौरान रुपला ने ये भी कहा कि, मौजूदा मुद्दा समाज के सामाजिक ताने-बाने को छूता है और क्षत्रियों से इसका राजनीतिकरण नहीं करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा यहां आप सभी नेताओं से आग्रहपूर्वक आग्रह करता हूं कि आप समुदाय के नेताओं के साथ समझ का एक नया पुल बनाने का प्रयास करें. मैं चुनाव के कारण यह अपील नहीं कर रहा हूं. यह जीत और हार के बारे में भी नहीं है. यह हमारे सामाजिक जीवन के ताने-बाने को छूने वाला विषय है. मैं क्षत्रिय समुदाय से इसे राजनीति से दूर रखने का अनुरोध करता हूं.
बता दें कि, पुरुषोत्तम रुपाला संख्यात्मक रूप से मजबूत पाटीदार समुदाय से हैं और राजकोट से भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया हैं. ब्रिटिश शासन के दौरान समुदाय के पूर्व शासकों के खिलाफ कथित टिप्पणियों के बाद क्षत्रिय मंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. First Updated : Saturday, 27 April 2024