Nayak: कौन हैं अर्थी बाबा श्मशान में बैठकर देते हैं भाषण, हासिल है इंटरनेशनल डिग्री

Nayak: अर्थी बाबा ने कहा कि वह भगवान बुद्ध की शरण में हैं, भंते की दीक्षा ली है. उनका कहना है कि देश का तभी कल्याण होगा जब सभी लोग बुद्ध के शरण में रहेंगे.

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Nayak: आप ये कहानी सुनकर बहुत अजीब महसूस करने वाले हैं, आप थोड़ी देर के लिए परेशान भी हो जाएंगे. एक घटना गोरखपुर में ऐसी घटी जिसपर यकीन कर पाना बहुत मुश्किल है. यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा बीते 14 मई को अर्थी पर सवार होकर कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे थे. खास बात ये है कि अर्थी बाबा ने अपना चुनाव कार्यालय श्मशान घाट को बनाया है.

अर्था बाबा की पहचान 

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर सदर लोकसभा सीट से अपना नामांकन कराने पहुंचे अर्थी बाबा उर्फ राजन यादव पर्चा खारिज होने के बाद बेहद नाराज हो गए है. जबकि उनकी नाराजगी के चर्चे हर जगह हो रहे हैं. उनका कहना था कि वे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने पहुंचेंगे. वे जंतर-मंतर पर अर्थी को मंच के रूप में उपयोग करके उसके ऊपर बैठकर प्रदर्शन करेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने दिल्ली में होने वाले साल 2025 के विधानसभा चुनाव में सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ने का भी ऐलान भी किया है. 

उनका कहना है कि देश में आज जो व्यवस्था है उसकी मौत हो चुकी है. क्योंकि जो भ्रष्ट नेता चुने जाते हैं वो सदन में पहुंचते तो हैं. मगर कभी भी जनता के हक की आवाज नहीं उठाते. इसलिए मुद्दे भी वर्तमान समय में श्मशान बन गए हैं. यही कारण है कि मैंने श्मशान घाट पर ही अपना कार्यालय बनाने की ठानी है. 

आगे उन्होंने कहा कि नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया ऑनलाइन होनी चाहिए. क्योंकि अभी की प्रक्रिया बहुत थकाऊ है, बता दें कि साल  2014 में भी जब उन्होंने लखनऊ में भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ अपना नामांकन दाखिल किया था , तो उस दौरान भी रद्द कर दिया गया था. जबकि राजन यादव ने एमबीए की डिग्री ली है. 

अर्थी बाबा हैं बौद्ध भिक्षु 

अर्थी बाबा ने बताया कि वह एक बौद्ध भिक्षु हैं और भिक्षाटन कर अपना जीवन यापन करते हैं. इससे पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं, मगर उन्हें हार मिली. राजन यादव ने बताया कि आम आदमी पार्टी (आप) को प्रभावित करने वाले मुद्दों जैसे नए मोटर वाहन अधिनियम के तहत वाहन जुर्माना, जैसे मुद्दों को लेकर वह आवाज उठाना चाहते हैं. यादव ने बताया कि उन्होंने अविवाहित रहने का फैसला किया है, और अपना जीवन देश के लिए समर्पित करना चाहते हैं. वहीं गोरखपुर लोकसभा सीट पर चुनाव अंतिम चरण में 1 जून को होने वाला है. 

First Updated : Sunday, 26 May 2024
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