Nayak: आकाश आनंद की पहली चुनावी रैली की चर्चा क्यों हो रही है तेज?
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती के भतीजे और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने अपनी पहली ही चुनावी रैली में बिना नाम लिए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद पर हमले किए हैं.
Nayak: बीएसपी सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद पार्टी में नेतृत्व संभालने के लिए तैयार हैं. उन्हें नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया गया है. बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती के भतीजे और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने अपनी पहली ही चुनावी रैली में बिना नाम लिए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद पर हमले किए हैं.
आकाश आनंद की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने अपनी पढ़ाई नोएडा और गुरुग्राम से स्कूली शिक्षा हासिल की. इसके बाद 2013 से 2016 के दौरान लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ प्लाईमाउथ से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. आकाश आनंद, मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. उनका जन्म 1995 में नोएडा में हुआ.
2015 के आकाश आनंद अपने पिता बिजनेस संभाल रहे हैं. उन्हें पहली बार 2016 में मायावती ने अपने भतीजे के रूप में पार्टी में एंट्री दी थी. उन्होंने पार्टी के लिए प्रचार किया और पार्टी में एक्टिव रहे हैं. दिसंबर 2023 में, मायावती ने अपनी रिटायरमेंट के बाद उन्हें बसपा के अगले उत्तराधिकारी के रूप में घोषित किया.
भीम आर्मी चंद्रशेखर आजाद पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. बिजनौर जिले की नगीना सीट पर उनके चुनाव मैदान में उतरने से पश्चिम उत्तर प्रदेश में दलित राजनीति में वर्चस्व की लड़ाई बेहद दिलचस्प हो गई है. ये सीट सहारपुर ज़िले से सटी है, जहां चंद्रशेखर आज़ाद की भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी राजनीतिक रूप से काफी सक्रिय है.
नगीना सीट पर चंद्रशेखर आज़ाद काफी पहले से चुनाव लड़ने का मन बना चुके थे. उन्हें उम्मीद थी कि उनका समाजवादी पार्टी से गठबंधन हो जाएगा और सपा यहां अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी इसलिए उनकी राह आसान हो जाएगी. लेकिन अब समाजवादी पार्टी ने भी यहां से अपना उम्मीदवार उतार दिया है.