Aaj ka Sixer: पढ़िए सैम पित्रोदा के 6 विवादत बयान, जिन पर मच गया था जमकर बवाल

Sam Pitroda: इस बीच आइए सैम पित्रोदा के 6 विवादित बयानों को बारे में जानते हैं जिनके कारण वो सुर्खियों में आए थे.

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Sam Pitroda: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की एक टिप्पाणी को लेकर बुधवार 8 मई को बखेड़ा हो गया है. पित्रोदा के इस बयान के बाद कांग्रेस नेता अपनी मर्जी से बुधवार शाम को कांग्रेस के इंडियन ओवरसीज पद से इस्तीफा दे दिया है. सैम पित्रोदा का एक इंटरब्यू का हिस्सा सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ जो उन्होंने अंग्रेजी के एक अखबार में बयान दिया था.

जिसको बाद वो काफी विवादित बयानों की सुर्खियों में रहे हैं और शाम को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस बीच आइए सैम पित्रोदा के 6 विवादित बयानों को बारे में जानते हैं जिनके कारण वो सुर्खियों में आए थे.

 चमड़ी के आधार पर योग्यता

इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि "हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं, जहाँ पूर्व में रहने वाले लोग चाइनीज़ जैसे दिखते हैं, पश्चिम में रहने वाले अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर में रहने वाले मेरे ख़्याल से गोरे लोगों की तरह दिखते हैं, वहीं दक्षिण में रहने वाले अफ़्रीकी जैसे लगते हैं. इससे फ़र्क़ नहीं पड़ता. हम सब भाई-बहन हैं."

 विरासत कर

बीते महीने सैम पित्रोदा ने विरासत कर यानी संपत्ति के बंटवारे की वकालत की थी. जिस पर उन्होंने बयान दिया था कि अमरेका में विरासत कर टैक्स लगता है अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो केवल अपने हिस्से की 45 प्रतिशत अपने बच्चों को दे सकता है. 55 प्रतिशत शासन द्वारा हड़प लिया जाता है यह एक दिलचस्प कानून है. जो कहता है कि आपने अपनी पीढ़ी के लिए संपत्ति बनाई और अब आप जा रहे हैं आपको अपनी संपत्ति जनता को छोड़ देनी चाहिए पूरी नहीं आधी. सैम पित्रोदा के इस बयान ने भाजपा और कांग्रेस पर काफी दिनों तक बयानबाजी हुई थी.

 राम मंदिर पर टिप्पाणी

बीते साल 2023 यानी जून के महीने में सैम पित्रोदा ने राम मंदिर को लेकर एक आपत्तिजनक टिप्पाणी की थी. उन्होंने कहा था कि मंदिर भारत के बेरोजगारी, मुद्रास्फीति शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान नहीं करेंगे. उनकी टिप्पणियों ने भाजपा को कांग्रेस की आलोचना की.आगे उन्होंने कहा था कि उन्होंने कहा था कि मंदिर भारत के बेरोजगारी, मुद्रास्फीति, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान नहीं करेंगे.

 हुआ तो हुआ...

वहीं सैम पित्रोदा के साल 2019 में मई महीने में के दौरान विवादित बयान की बात करें को जब  सैम पित्रोदा से 1984 के सिख विरोधी दंगों के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "हुआ तो हुआ" (तो क्या हुआ) कांग्रेस नेता के इस बयान पर काफी बवाल मचा था.

 पुलवामा हलमे पर भी सैम पित्रोदा के विवादित बयान

वहीं पुलवामा हमले पर भी सैम पित्रोदा ने एक विवादत बयान दिया था जो कि काफी सुर्खियों में था. सैम पित्रोदा ने न्यूज एजेंसी ANI को  दिए एक इंटरव्यू में पित्रोदा ने बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने मारे गए चरमपंथियों की संख्या को लेकर सवाल किया है और कहा है कि उन्हें इस बारे में और अधिक जानना है. कांग्रेस नेता के इस बयान पर पीएम मोदी ने पलटवार किया था.

➤  संविधान को लेकर

संविधान को लेकर सैम पित्रोदा ने अपने सोशल मीडिया (X) पर एक दावा किया था कि जवाहरलाल नेहरू ने संविधान के निर्माण में बीआर अंबेडकर की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण योगदान दिया. राजनीतिक गलियारों में कई दिनों तक कांग्रेस नेता के इस बयान की चर्चा होती रही. First Updated : Thursday, 09 May 2024

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