आखिर क्यों मयावती ने आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया, जानिए क्या है वजह
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से मुक्त यानी हटा दिया है. पिछले हफ्ते आकाश आनंद की बीजेपी को लेकर की गई टिप्पणी काफी सुर्खियां बनी थी. उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था.
बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया है. बसपा अध्यक्ष का यह फैसला, तब आया है जब भाजपा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए पुलिस में मामला दर्ज होने के कुछ दिनों बाद आया है. मायावती ने कहा कि "जब तक वह पूरी तरह परिपक्व नहीं हो जाते" उनकी जिम्मेदारियों से "अलग" किया जा रहा है.
मायावती ने अपने एक्स पर कहा, "बसपा भी बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के स्वाभिमान और आत्मसम्मान और सामाजिक परिवर्तन के लिए एक आंदोलन है जिसके लिए श्री कांशीराम जी और मैंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया और इसे गति देने के लिए एक नई पीढ़ी भी तैयार हो रही है.” इसी क्रम में मैंने पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ-साथ आकाश आनंद को राष्ट्रीय संयोजक एवं उत्तराधिकारी घोषित किया है, लेकिन पार्टी एवं आंदोलन के व्यापक हित में उन्हें इन दोनों महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से तब तक अलग किया जा रहा है जब तक पूर्ण परिपक्वता प्राप्त कर लेती है''
हाल ही में भाजपा के बारे में मायावती के भतीजे ने टिप्पणियाँ की थी जिसकी काफी चर्चा हुई थी. इस टिप्पणी के बाद उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था. आकाश आनंद ने अपने बयान में कहा था, ''यह सरकार बुलडोजर सरकार और गद्दारों की सरकार है.'' बसपा नेता ने तालिबान का हवाला देते हुए कहा, "जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ देती है और बुजुर्गों को गुलाम बना लेती है, वह आतंकवादी सरकार है.