राजनीति से संन्यास लेने की तैयारी में शरद पवार? NCP अध्यक्ष ने बताया आगे का प्लान!
Sharad Pawar: महाराष्ट्र की राजनीति के दिग्गज और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने राजनीति से संन्यास को लेकर संकेत दिया है. शरद पवार ने कहा कि अब समय आ गया है कि नई टीम को तैयार किया जाए और उन्हें नेतृत्व का अवसर दिया जाए. शरद पवार चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं.
Sharad Pawar: महाराष्ट्र की राजनीति के दिग्गज और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने राजनीति से संन्यास को लेकर बड़ा संकेत दिया है. 84 वर्षीय पवार ने कहा कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे और नई पीढ़ी को अवसर देने के लिए खुद को पीछे हटाने की योजना बना रहे हैं. इस घोषणा से महाराष्ट्र की राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं.
शरद पवार, जो पिछले छह दशकों से महाराष्ट्र की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, ने कहा कि अब समय आ गया है कि नई टीम को तैयार किया जाए और उन्हें नेतृत्व का अवसर दिया जाए. पवार ने यह भी बताया कि राज्यसभा में अपने भविष्य को लेकर भी वह विचार कर रहे हैं.
राज्यसभा में बने रहने पर करेंगे विचार
शरद पवार ने बारामती में एक सभा को संबोधित करते हुए बताया कि वे राज्यसभा में बने रहने को लेकर अभी निर्णय नहीं ले पाए हैं. शरद पवार ने कहा, "अभी डेढ़ साल का वक्त बाकी है, मैं इसके बाद सोचूंगा कि मुझे राज्यसभा में जाना है या नहीं."
चुनावी राजनीति से लेंगे संन्यास
शरद पवार ने स्पष्ट कर दिया कि वह अब कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा, "मैंने 14 बार चुनाव लड़ा है और आप लोगों ने मुझे हर बार चुना है. लेकिन अब मुझे रुकना होगा. अब नई पीढ़ी को आगे लाने का समय आ गया है."
नई पीढ़ी के लिए मौका
शरद पवार ने अपनी नई सोच को साझा करते हुए कहा कि उन्हें अब युवा पीढ़ी को मौका देना चाहिए. उन्होंने कहा, "हमें अगले 30 साल तक काम करने वाले नेतृत्व की आवश्यकता है, और यह नई पीढ़ी के जरिए ही संभव है."
अब भी सेवा जारी रखने का इरादा
शरद पवार ने अपने समर्थकों को आश्वस्त किया कि उनका समाजसेवा का काम जारी रहेगा. शरद पवार ने कहा, "मुझे सत्ता की जरूरत नहीं है, लेकिन मैं लोगों की सेवा और काम करना जारी रखूंगा."
4 बार रह चुके हैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री
शरद पवार का राजनीतिक करियर बेहद सफल रहा है. वह चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे और केंद्रीय कैबिनेट में भी अहम विभागों का कार्यभार संभाला. 1999 में उन्होंने एनसीपी का गठन किया और इसके बाद पार्टी में उनके नेतृत्व में कई उपलब्धियां हासिल हुईं.