मां के साथ राहुल ने भरा पर्चा, प्रियंका के नेतृत्व में करेंगे रोड शो
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.
Loksabha Election 2024: लोकसभा के 2 चरणों के मतदान हो जाने के बाद राजनीतिक पार्टियों के बीच हलचल और तेज हो गई है. ऐसे में उम्मीदवारों के एलान करने का सिलसिला भी तेजी से जारी है. इस बीच आज (3 मई) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय
अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनकी मां सोनिया गांधी भी मौजूद रहीं.
उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद रहे. ऐसे में अब राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी के नेतृत्व में रोड शो करेंगे. बता दें, कि उम्मीदवारों के एलान से पहले रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे.
इस सीट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. दिनेश प्रताप 2019 में भी रायबरेली से मैदान में उतरे थे. प्रियंका गांधी भले ही चुनाव न लड़ रही हो, लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा है कि कहीं राहुल गांधी वायनाड सीट के बाद रायबरेली सीट से उतरकर बहन के लिए सियासी पिच तो नहीं तैयार कर रहे हैं?
खत्म हुआ रायबरेली और अमेठी का सूखा
लंबे समय से चल रही अटकलों के बीच कांग्रेस ने आज सुबह ही रायबरेली और अमेठी सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया. ऐसे में राहुल गांधी को रायबरेली सीट से चुनावी मैदान में उतारा है, वहीं गांधी परिवार के गढ़ माने जाने वाली अमेठी सीट से 20 साल बाद गांधी परिवार के किसी अन्य सदस्य को उतारा गया है. ऐसे में किशोरी लाल शर्मा को मौका दिया गया है. रायबरेली से सोनिया गांधी सांसद रह चुकी हैं. फिलहाल उनके राज्यसभा जाने के बाद ये सीट खाली है. 2019 चुनाव में कांग्रेस को रायबरेली से जीत मिली थी, लेकिन राहुल को बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों अमेठी से हार का सामना करना पड़ा.
राहुल प्रियंका गांधी के लिए तैयार कर रहे सियासी मैदान
राहुल गांधी वायनाड सीट को किसी भी हालात में नहीं छोड़ना चाहते. लेकिन माना जा रहा है कि इस स्थिति में कांग्रेस नेता को रायबरेली सीट छोड़नी पड़ सकती है. हालांकि, राहुल गांधी को पहले दोनों सीट पर अपनी जीत तय करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी. इसके बाद वायनाड और रायबरेली में किसी एक सीट से इस्तीफा देना होगा, जिसके बाद प्रियंका गांधी चुनावी मैदान में किस्मत आजमा सकती है. इसके पीछे वजह यह है कि अभी प्रियंका गांधी चुनाव लड़कर बीजेपी को परिवारवाद का मौका नहीं देना चाहती है, क्योंकि राहुल गांधी चुनाव लड़ ही रहे हैं और सोनिया गांधी राज्यसभा सदस्य हैं. माना जा रहा है कि सोनिया का यह आखिरी कार्यकाल है. इसके बाद हो सकता है कि वो संसदीय राजनीति से दूर हो जाएं.