Nayak: समाजवादी के गढ़ में पहली बार फहराया भगवा, जानें कौन हैं सुब्रत पाठक
लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की सीट हॉट सीट बनी हुई है. दरअसल इस सीट पर मुकाबला जबरदस्त होने वाला है. यहां से सपा प्रमुख अखिलेश यादव खुद मैदान में है. वहीं, बीजेपी ने इस सीट से सुब्रत पाठक को टिकट दिया है.
Nayak: लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की सीट हॉट सीट बनी हुई है. दरअसल इस सीट पर मुकाबला जबरदस्त होने वाला है. यहां से सपा प्रमुख अखिलेश यादव खुद मैदान में है. वहीं, बीजेपी ने इस सीट से सुब्रत पाठक को टिकट दिया है. ये वही हैं जिन्होंने समाजवादी पार्टी के गढ़ कन्नौज में साल 2019 के चुनावों में भगवा फहराया था. ऐसे में आइए जानते हैं कि कौन हैं सुब्रत पाठक जिन पर बीजेपी ने फिर से भरोसा दिखाया है.
सुब्रत पाठक एक भारतीय राजनेता हैं जिन्होंने 2019 के भारतीय लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के कन्नौज से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में डिंपल यादव को हराया. 44 वर्षीय सुब्रत पाठक भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे. इसके बाद बीजेपी के यूपी संगठन में वह प्रदेश महासचिव बनाए गए. सुब्रत ने 2009 के चुनाव में अखिलेश यादव के सामने ताल ठोंकी थी लेकिन हार गए थे. तब अखिलेश को 3,37751 और सुब्रत को 1,50,872 वोट मिले थे.
भाजपा ने उन्हें 2014 के चुनाव में भी कन्नौज से उम्मीदवार बनाया था लेकिन उस चुनाव में वह डिंपल यादव से चुनाव हार गए थे. हालांकि उन्होंने डिंपल को कड़ी टक्कर दी थी. उन्हें कुल 4,69,257 वोट मिले थे और डिंपल यादव को 4,89,164 वोट. इस चुनाव में डिंपल ने सुब्रत को 19907 मतों के अंतर से हरा दिया था. 2019 के चुनाव में सुब्रत एक बार फिर डिंपल के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार बने. इस बार उन्होंने 12353 वोटों से उन्हें पराजित कर दिया. सुब्रत के जरिए बीजेपी समाजवादी पार्टी का यह गढ़ भेदने में कामयाब हो गई. इस चुनाव में सुबत पाठक को जहां 563087 वोट मिले. वहीं निर्वतमान सांसद डिंपल यादव को 550734 मत मिले. सुब्रत पाठक का जन्म 30 जून 1979 को हुआ था. उन्होंने कला में स्नातक की डिग्री हासिल की है. उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत 9 आपराधिक आरोप लंबित हैं.