BSP के संपर्क में स्वामी प्रसाद मौर्य, जल्द ही हो सकता है गठबंधन

Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य मायावती के संपर्क में है. वे कभी भी साथ आने की घोषणा कर सकते हैं.

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Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियों के बीच हलचल और बढ़ गई है. इस बीच  एक बड़ी खबर सामने आई है. राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य मायावती के संपर्क में है. वे कभी भी साथ आने की घोषणा कर सकते हैं. बसपा में पुराने नेताओं की वापसी को लेकर मायावती भी सॉफ्ट कॉर्नर रख रही हैं.  ऐसे में अब सियासी गलियारों में स्वामी प्रसाद मौर्य के बसपा में वापसी को  लेकर चर्चाएं तेज हो गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आखिरी चरण के चुनाव से पहले राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का बीएसपी के साथ गठबंधन हो सकता है.

स्वामी प्रसाद मौर्य के ऊपर बीते दिन फैंका गया था जूता

अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव आते ही पार्टी बदलने में भी माहिर हैं. अंतिम चरण  के चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य पर शुक्रवार को युवक ने जूता फेंक दिया. पार्टी के प्रत्याशी होतम सिंह निषाद के पक्ष में थाना डौकी क्षेत्र के माता सती मंदिर पर पार्टी अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य, सभा को संबोधित कर रहे थे. इसी बीच भीड़ से उठकर आए युवक ने स्वामी प्रसाद मौर्य के ऊपर जूता उछाला. इसके ठीक बाद, थाना पुलिस ने युवक को दौड़कर पकड़ा और हिरासत में ले लिया. 

कोर्ट ने मौर्या के खिलाफ जारी किया था वारंट 

स्वामी प्रसाद मौर्य बीते महीने से लगातार मुश्किलों में उलझे हुए हैं. बीते दिनों उन्हें कोर्ट से झटका लगा है. 22 अप्रैल को कोर्ट ने उनके खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट को निरस्त करने की मांग को खारिज कर दिया था. उनके खिलाफ बेटी संघमित्रा के बिना तलाक दूसरी शादी करने के मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया था, जिसे कैंसिल करने के लिए स्वामी प्रसाद ने कोर्ट में अपील की थी.

एक जानकारी के अनुसार, स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्या ने कथित रूप से बिना तलाक दूसरी शादी की थी. जिसके बाद उन पर मारपीट और गाली-गलौज के साथ जानमाल की धमकी देने और साजिश रचने का आरोप था. स्वामी प्रसाद के खिलाफ जो आरोप है उन पर ट्रायल कोर्ट में विचार हो सकता है. इसी पर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने स्वामी प्रसाद की याचिका खारिज कर दी थी.  First Updated : Saturday, 04 May 2024