इन्हें डॉक्टर के पास ले चलो...PM मोदी के मुजरा वाले बयान पर मचा सियासी बवाल

Loksabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना की एक चुनावी जनसभा के दौरान दिए गए मुजरा वाले बयान पर सियासी बवाल मच गया है. इस दौरान विपक्ष पीएम मोदी पर निशाना साधने का काम कर रहा है. 

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Loksabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव के अब तक 5 चरण बीत चुके हैं. ऐसे में आज (25 मई) देश में कुल 7 राज्यों की 57 सीटों पर मतदान हो रहे हैं. इस दौरान दिल्ली, हरियाणा से लेकर पश्चिम बंगाल तक और कश्मीर से लेकर ओडिशा तक की सीटों पर शनिवार को वोटिंग की जा रही है. इस दौरान अब राजनीतिक पार्टियां 1 जून को होने वाली 7वें चरण की वोटिंग के लिए चुनाव प्रचार में लग गई है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के पटना की एक चुनावी जनसभा के दौरान दिए गए मुजरा वाले बयान पर सियासी बवाल मच गया है. इस दौरान विपक्ष पीएम मोदी पर निशाना साधने का काम कर रहा है. 

पीएम मोदी ने क्या दिया था बयान?

इस बार आम चुनाव में सबसे ज्यादा अगर किसी मद्दे पर बात हो रही है तो वह है एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग को मिला आरक्षण. आपने देखा होगा कि हर राजनीतिक रैली में इसका जिक्र हो रहा है. ऐसे में पीएम मोदी ने इस मुद्दे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए बिहार की राजधानी पटना में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान कहा कि अगर इंडिया गठबंधन को वोट बैंक की गुलामी करनी है या उन्हें मुजरा करना है तो करें, लेकिन ये मेरे लिए मायने नहीं रखता है. मैं एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण के लिए डटकर खड़ा रहूंगा.

पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस ने किया पलटवार 

इस बीच पीएम मोदी के इस बयान पर कांग्रेस नेता  पवन खेड़ा ने पलटवार करते हुए कहा, "आज मैंने प्रधानमंत्री के मुंह से 'मुजरा' शब्द सुना. मोदीजी, ये कैसी मनःस्थिति है? आप कुछ लेते क्यों नहीं? अमित शाह और जेपी नड्डा जी को तुरंत उनका इलाज कराना चाहिए. शायद सूरज के नीचे भाषण देने से उनके दिमाग पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है."

टीएमसी ने भी साधा निशाना 

इस दौरान पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) के सांसद साकेत गोखले ने भी पीएम मोदी के बयान पर निशाना साधते हुए कहा, "नारी शक्ति' से, आदमी अब 'मुजरा' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने पर उतर आया है." उन्होंने आगे कहा, “10 साल के पीआर और सावधानीपूर्वक तैयार की गई छवि के बाद, मोदी अब अपना असली रूप नहीं छिपा सकते. इतनी घटिया भाषा. यह सोच के भी डर लगता है कि प्रधानमंत्री के रूप में अपनी विदेश यात्राओं के दौरान वह क्या-क्या कहते होंगे."

First Updated : Saturday, 25 May 2024