इस समीकरण से समझिए हरियाणा में BJP पर कितना संकट!
Nayab Singh Saini: लोकसभा चुनाव के तीसरे दौर के बाद हरियाणा में भाजपा सरकार पर संकट मंडरा रहा है.
Haryana News: लोकसभा चुनाव के तीसरे दौर के बाद हरियाणा में भाजपा सरकार पर संकट मंडरा रहा है. वहीं इस बीच कांग्रेस का दावा है कि 3 निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी से मुख्यमंत्री सैनी की सत्ता पर खतरे के बादल छाया हुआ है. इस पर कांग्रेस का दावा है कि सरकार अल्पमत में है. वहीं जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला में भी अपने पत्ते खोल दिए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार गिराने के लिए आगे बढ़े हम उसे बाहर से समर्थन करेंगे. लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का कहना है कि हरियाणा सरकार को कोई परेशानी नहीं हैं सरकार पूरी मजबूती से काम कर रही है.
हरियाणा में जल्द होगा प्लोर टेस्ट
तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार परेशानियों से घिरती हुई नजर आ रही है. विपक्षी दलों कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी (JJP) ने दावा किया है नायब सिंह सरकार अल्पमत में आ चुकी है.हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्लोर टेस्ट की मांग करते हुए राज्यपाल को पत्र भी लिखा है. वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बहुमत होने का दावा किया और कहा कि वो विधानसभा में इसे साबित कर देंगे.
दुष्यंत चौटाला ने किया बड़ा दावा
राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला ने एक बयान में कहा कि प्रदेश में वर्तमान राजनीतिक परिस्थितिओं को देखते हुए यह स्पष्ट है कि वर्तमान राज्य सरकार अल्पमत में है. इसे देखते हुए मैंने हरियाणा के महामहिम राज्यपाल महोदय जी को पत्र लिखकर विधानसभा का सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट की मांग की है. हम मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करते हैं और हरियाणा में किसी भी दूसरे राजनीतिक दल द्वारा सरकार बनाने में समर्थन के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं.
ये हैं हरियाणा का सियासी समीकरण
हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटे हैं जिसमें बहुमत के लिए 45 सीटे चाहिए, जिसमें से मौजूदा समय में भाजपा के पास 41 विधायक हैं. 6 निर्दलीय विधायको का समर्थन था लेकिन 6 में से 3 विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया इस प्रकार अगर देंखे तो हरियाणा के पास मौजूदा समय में 44 विधायक है उनको बहुमत के लिए 1 और विधायक की जरुरत है.